Road Accident: मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में चार कांवड़ियों की मौत हो गई। शिवपुरी लिंक रोड के पास यह हादसा देर रात करीब 1:00 बजे हुआ, जब तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे पैदल जा रहे कांवड़ियों को कुचल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि कांवड़ियों को रौंदने के बाद वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। हादसे के तुरंत बाद कार में सवार लोग कार से निकलकर भाग गए। पुलिस अब उनकी तलाश में जुट गई है।
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Road Accident: कांवड़ यात्रा में शामिल थे मृतक
हादसे में मारे गए सभी युवक कांवड़ यात्रा में शामिल थे और देर रात शिवपुरी लिंक रोड से होते हुए पैदल यात्रा कर रहे थे। इस दौरान तेज रफ्तार कार ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी, जिससे मौके पर ही चार कांवड़ियों की मौत हो गई। हादसे के बाद हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई और अन्य कांवड़ियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया।
Road Accident: पुलिस और बचाव दल ने मौके पर पहुंचकर संभाला मोर्चा
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आक्रोशित कांवड़ियों ने सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने उन्हें समझा-बुझाकर स्थिति को संभाला।
Road Accident: लापरवाही और तेज रफ्तार हादसे का कारण
प्रारंभिक जांच में पुलिस ने बताया कि कार चालक की लापरवाही और अत्यधिक तेज रफ्तार इस भीषण हादसे की मुख्य वजह रही। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार ड्राइवर ने तेज रफ्तार में वाहन चलाते हुए नियंत्रण खो दिया, जिसके कारण सड़क किनारे चल रहे कांवड़िए उसकी चपेट में आ गए।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, जांच जारी
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और कांवड़ियों में गहरा आक्रोश है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि फरार कार चालक और अन्य सवार लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। पुलिस ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
मध्य प्रदेश में सड़क हादसों की बढ़ती घटनाएं
गौरतलब है कि इससे पहले भी मध्य प्रदेश में कई बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं। 30 जून को नर्मदापुरम में एक एंबुलेंस के पेड़ से टकराने के कारण तीन महिलाओं और एक नवजात की मौत हो गई थी। वहीं, 19 जून को राजगढ़ जिले में भी एक भीषण सड़क हादसा हुआ था, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
हाईवे पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
ग्वालियर में हुए इस हादसे ने एक बार फिर हाईवे पर सुरक्षा व्यवस्था और तेज रफ्तार पर नियंत्रण की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। कांवड़ यात्रा के दौरान भीड़-भाड़ और यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजामों की जरूरत होती है, लेकिन इस हादसे ने प्रशासनिक लापरवाही की पोल खोल दी है।
प्रशासन ने किया मुआवजे का ऐलान
घटना के बाद ग्वालियर जिला प्रशासन ने मृतक कांवड़ियों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा की है। प्रशासन ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और कांवड़ यात्रा में शामिल लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
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