Road Accident: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के चरगवां थाना क्षेत्र में एक भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नदी में जा गिरी। हादसा इतना भयानक था कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार चार लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
Table of Contents
Road Accident: पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में गिरी कार
चरगवां थाना प्रभारी अभिषेक प्यासी ने बताया कि कार में सवार सभी लोग जबलपुर जिले के चौकीताल गांव के निवासी थे और किसी धार्मिक अनुष्ठान के बाद गांव लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि कार की गति अत्यधिक तेज थी, जिससे चालक ने नियंत्रण खो दिया और वाहन सीधे पुल की रेलिंग से टकराकर नदी में गिर गया।
Road Accident: चार लोगों की मौके पर ही मौत
घटना की सूचना मिलते ही चरगवां थाने की पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। स्थानीय ग्रामीणों की सहायता से कार में फंसे मृतकों और घायलों को बाहर निकाला गया। चार लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि दो गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को जबलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया।
Road Accident: मृतकों और घायलों की पहचान
हादसे में किशन पटेल (35), महेंद्र पटेल (35), सागर पटेल (17) और राजेंद्र पटेल (35) की मौके पर ही मौत हो गई। ये सभी चौकीताल गांव के निवासी थे। हादसे में मनोज प्रताप (35) और जितेंद्र पटेल लोधी (36) गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उनका इलाज जबलपुर मेडिकल कॉलेज में जारी है। डॉक्टरों के अनुसार दोनों की हालत गंभीर लेकिन स्थिर है।
धार्मिक अनुष्ठान से लौट रहे थे सभी
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कार सवार सभी लोग किसी स्थानीय देवता को प्रतीकात्मक बकरे की भेंट देने गए थे, जो उनके समुदाय की धार्मिक परंपरा का हिस्सा है। हादसे के वक्त कार में एक बकरा भी मौजूद था, जो सुरक्षित बच गया है। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि कहीं कोई धार्मिक आयोजन या कार्यक्रम यात्रा में बाधा तो नहीं बना।
पुलिस कर रही है जांच
चरगवां थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल घायलों की स्थिति ऐसी नहीं है कि उनसे बयान लिया जा सके, इसलिए हादसे की सटीक वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घायलों के बयानों का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है, और मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
पुल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
यह हादसा जबलपुर से लगभग 45 किलोमीटर दूर स्थित पुल पर हुआ है। हादसे के बाद स्थानीय लोगों में पुल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि पुल की रेलिंग पहले से कमजोर थी और प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। हादसे के बाद प्रशासन पर लापरवाही के आरोप भी लगाए जा रहे हैं।
प्रशासन की कार्रवाई
जबलपुर जिला प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही पुल की मरम्मत और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की बात कही गई है। जिला कलेक्टर ने भी मेडिकल कॉलेज में घायलों का हालचाल जाना और उनके इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही न बरतने के निर्देश दिए।
शोक की लहर
इस दर्दनाक हादसे से चौकीताल गांव में शोक की लहर है। चार लोगों की एक साथ मृत्यु होने से पूरा गांव स्तब्ध है। गांव के लोग पीड़ित परिवारों के घरों पर एकत्र होकर उन्हें सांत्वना देने में लगे हैं। हादसे ने एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के खतरों को उजागर कर दिया है।
यह भी पढ़ें:-