MP Board Result 2025: मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित किए, जिसमें बेटियों ने एक बार फिर बाजी मारी। 12वीं कक्षा में कुल 74.48 प्रतिशत और 10वीं कक्षा में 76.22 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल रहे हैं। खास बात यह रही कि दोनों ही कक्षाओं की प्रवीण सूची (मेरिट लिस्ट) में छात्राओं का दबदबा रहा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से परिणाम जारी किए। एमपी बोर्ड के इस वर्ष के नतीजे प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत हैं।
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MP Board Result 2025: 12वीं में प्रियम द्विवेदी ने किया टॉप
इस बार हायर सेकेंडरी परीक्षा (12वीं) में सतना की प्रियम द्विवेदी ने टॉप किया है। उन्हें 500 में से 492 अंक प्राप्त हुए हैं। वहीं हाई स्कूल परीक्षा (10वीं) में सिंगरौली की प्रज्ञा जायसवाल ने इतिहास रचते हुए 500 में 500 अंक हासिल किए और राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
MP Board Result 2025: मेरिट सूची में बेटियों का बोलबाला
12वीं की मेरिट सूची में कुल 159 छात्र शामिल हैं, जिनमें 89 छात्राएं और 70 छात्र हैं। यह दर्शाता है कि छात्राओं ने न केवल अच्छे अंक प्राप्त किए, बल्कि प्रावीण्य सूची में भी अपनी श्रेष्ठता साबित की है।
10वीं की मेरिट सूची में कुल 212 छात्र शामिल हैं, जिनमें 144 छात्राएं और केवल 68 छात्र हैं। यानी कुल मेरिट का दो-तिहाई से अधिक हिस्सा बेटियों के नाम रहा।
MP Board Result 2025: बेहतर हुआ परीक्षा परिणाम, टूटा 15 साल का रिकॉर्ड
सीएम मोहन यादव ने परीक्षा परिणामों को लेकर संतोष जताते हुए कहा कि, इस बार के नतीजे पिछले 15 वर्षों में सबसे बेहतर रहे हैं। छात्राओं की सफलता यह दिखाती है कि मध्य प्रदेश की बेटियां अब आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी स्कूलों के नतीजे इस बार कई निजी स्कूलों से बेहतर रहे हैं। यह राज्य के शैक्षणिक वातावरण में सुधार और सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में वृद्धि का संकेत है।
असफल छात्रों के लिए विशेष योजना
मुख्यमंत्री ने उन छात्रों को भी संबोधित किया जो इस बार परीक्षा में असफल रहे हैं। उन्होंने कहा, सरकार उनके लिए विशेष उपाय करेगी, ताकि वे दोबारा मेहनत कर सकें और अगली बार सफलता प्राप्त कर सकें। हम चाहते हैं कि कोई भी छात्र हताश न हो। इसके अलावा शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने भी छात्रों और शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि शिक्षा विभाग राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है।
‘लाड़ली बहना’ और ‘लाड़ली लक्ष्मी’ योजनाओं का असर
मुख्यमंत्री ने ‘लाड़ली लक्ष्मी योजना’ और ‘लाड़ली बहना योजना’ का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि इन योजनाओं ने लड़कियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि सरकार की यह प्राथमिकता है कि हर बेटी को बेहतर शिक्षा मिले और वह आत्मनिर्भर बने।
जिला स्तर पर भी बेटियों का परचम
नरसिंहपुर, नीमच और मंडला जैसे जिलों के प्रदर्शन को भी सराहा गया है। मुख्यमंत्री ने इन जिलों के शिक्षा अधिकारियों और स्कूलों की प्रशंसा की और उन्हें बधाई दी। आने वाले वर्षों में अगर यही रुझान बना रहा, तो मध्य प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्यों में शामिल हो सकता है।
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