Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में शुक्रवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया, जब बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के शंकरपुर न्यू दाल बाजार इलाके में तेज आंधी और बारिश के दौरान एक पुराने मकान की दूसरी मंजिल की दीवार गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है। मृतकों में एक ही परिवार के तीन रिश्तेदार शामिल हैं, जबकि घायल का इलाज जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है।
Table of Contents
Madhya Pradesh: कैसे हुआ हादसा?
शुक्रवार को करीब चार बजे अचानक मौसम ने करवट ली। ग्वालियर शहर के कई हिस्सों में तेज आंधी और बारिश के साथ बिजली की गरज और चमक भी देखी गई। इसी दौरान शंकरपुर इलाके में एक पुराना मकान जिसकी दूसरी मंजिल की दीवार काफी जर्जर थी, वह भरभराकर गिर गई। दीवार के पास खड़े पांच लोग इसकी चपेट में आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दीवार पर टिन का शेड लगा हुआ था, जो आंधी के कारण उड़कर एक व्यक्ति की गर्दन पर जा लगा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
Madhya Pradesh: मारे गए लोगों की पहचान
हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान महेंद्र इंगले (मकान मालिक), जावेद (32 वर्ष), इसरायल (40 वर्ष) और मफरत (35 वर्ष) के रूप में हुई है। ये तीनों आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं और हादसे के वक्त एक ही जगह पर खड़े थे। एक अन्य युवक माहिर खान (20 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तुरंत ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
Madhya Pradesh: स्थानीय प्रशासन और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
हादसे की जानकारी मिलते ही बहोड़ापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। पुलिस ने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। बहोड़ापुर थाना प्रभारी ने मीडिया को बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि दीवार बेहद पुरानी थी और बारिश-आंधी की वजह से ढह गई।
रिश्तेदारों का बयान, कई बार दीवार के जर्जर होने की शिकायत की थी
मृतकों के रिश्तेदारों ने बताया कि उन्होंने मकान मालिक को कई बार दीवार की जर्जर हालत की जानकारी दी थी लेकिन किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। जाफर खान, जो मृतकों के रिश्तेदार हैं, ने कहा, तेज बारिश और बिजली की कड़क के साथ दीवार गिर गई। दीवार पर टिन की चादरें लगी थीं जो हवा में उड़कर एक व्यक्ति की गर्दन पर जा लगी और उसकी जान चली गई।
मरम्मत की गई होती तो यह हादसा टल सकता था
वसीम खान और सादिक हुसैन ने भी दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अगर समय रहते जर्जर दीवार की मरम्मत की गई होती तो यह हादसा टल सकता था। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि जर्जर मकानों की सूची तैयार कर तत्काल कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद ग्वालियर जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। नगर निगम को पुराने और जर्जर भवनों की सूची तैयार करने और आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया है। साथ ही, मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से आर्थिक सहायता देने की बात भी कही गई है।
इस दुखद हादसे ने एक बार फिर शहरों में मौजूद जर्जर इमारतों की स्थिति और उससे उत्पन्न होने वाले खतरों की तरफ ध्यान दिलाया है। ग्वालियर जैसे तेजी से बढ़ते शहर में भी समय रहते ऐसे भवनों की पहचान और कार्रवाई जरूरी है ताकि आने वाले समय में इस तरह की त्रासदियों को रोका जा सके। चार लोगों की असमय मौत और एक युवक की गंभीर हालत ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है।
अहमदाबाद विमान हादसे में 265 लोगों की मौत: टाटा ग्रुप देगा 1 करोड़ का मुआवजा, सिर्फ एक यात्री बचा