Damoh News: मध्य प्रदेश के दमोह जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। 75 वर्षीय एक बुजुर्ग ने बहू की प्रताड़ना से तंग आकर राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। यह मामला अत्यंत संवेदनशील और गंभीर है और इस तरह की परिस्थितियों में वृद्धजनों की दुर्दशा को उजागर करता है। बुजुर्ग का राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की अनुमति की मांग करना यह दर्शाता है कि वह अपनी बहू की प्रताड़ना से इतने अधिक मानसिक और शारीरिक दर्द में हैं कि उन्हें अपनी जिंदगी खत्म करने का विचार आ गया है।
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इच्छा मृत्यु के लिए गिड़गिड़ाते हुए मांगने लगा अनुमति
यह मामला वास्तव में दिल को चीर देने वाला है और वृद्धजनों के प्रति समाज की संवेदनहीनता को उजागर करता है। 75 वर्षीय बुजुर्ग का दमोह कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी पत्नी के साथ पंहुचकर राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगना इस बात का संकेत है कि वह अपनी बहू द्वारा की जा रही प्रताड़ना से अत्यधिक तंग आ चुके हैं।
बहू ने बुजुर्ग दंपत्ति को किया प्रताड़ना
जब डीएम सुधीर कुमार कोचर ने बुजुर्ग से इसकी वजह पूछी, तो उन्होंने बहू द्वारा की जा रही प्रताड़ना का जिक्र किया। यह बताता है कि वृद्धजनों के खिलाफ घरेलू हिंसा और शोषण का एक गहरा मुद्दा है, जिसे सही तरीके से निपटाने की आवश्यकता है। बुजुर्गों के साथ होने वाली इस प्रकार की प्रताड़ना समाज में व्यापक बदलाव की आवश्यकता को दर्शाती है, ताकि उनके सम्मान और अधिकारों की रक्षा की जा सके।
सास के जेवरात लेकर चली गई मायके थी बहू
पीड़ित चमन लाल रैकवार जबेरा तहसील के बनवार गांव का रहने वाले हैं। चमन ने बताया कि 16 साल पहले उसके बेटे जयंत की शादी अनीता से हुई थी। साल 2009 में तालाब में डूबने से जयंत की मौत हो गई थी। बेटे की मौत के बाद बहू अनीता अपनी सास दुर्गा बाई के करीब दो लाख रुपये के जेवरात लेकर मायके जाकर बैठ गई। इसके बाद दमोह में अपनी मां के साथ रह रही है।
‘कहां से बहू को लाखों रुपए लाकर दूं…’
75 वर्षीय बुजुर्ग ने बहू पर आरोप लगाते हुए कहा कि अनीता मुझसे पैसों की मांग करने लगी और पैसे ना देने पर मुझे और मेरी पत्नी को जेल भेजने की धमकी दे रही है। बहू अनीता ने इतना प्रताड़ना किया कि तंग आकर उन्होंने जीवन की आस छोड़ दी। इस उम्र में बहुत मुश्किल से वह और अपनी पत्नी जीवन यापन कर पा रहे है। उम्र के इस पड़ाव में अब मजदूरी भी नहीं होती है, ऐसे में बहू को देने के लिए लाखों रुपये कहां से लाऊं।
राष्ट्रपति से लगाई इच्छामृत्यु की गुहार
पीड़ित चमन लाल ने बताया कि उसके अपने पिता से डेढ़ एकड़ जमीन मिली थी। वह मैं अपने दोनों बेटों को बराबरी से देने के लिए तैयार हूं। इसके बाद भी बहू अनीता हम दोनों को लगातार परेशान करती है। ऐसे में अब मैं जीना नहीं चाहता महामहिम से विनती है कि मेरा आवेदन पत्र स्वीकार कर मुझे इच्छा मृत्यु की अनुमति दें।
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