Amrit Bharat Station Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत देशभर के 103 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का वर्चुअल लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के 6 रेलवे स्टेशन भी शामिल रहे, जिनमें कटनी साउथ रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प हुआ है। कार्यक्रम में प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद वीडी शर्मा समेत अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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Amrit Bharat Station Scheme: कटनी पुनर्विकास कार्य की लागत 12.88 करोड़
कटनी साउथ स्टेशन का यह पुनर्विकास कार्य 12.88 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है। यह स्टेशन अब सिर्फ एक रेलवे हब नहीं, बल्कि आधुनिक भारत की प्रगति और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बनकर उभरा है। स्टेशन परिसर में यात्रियों के लिए एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें वेटिंग रूम, डिजिटल डिस्प्ले, एलिवेटर, हरित ऊर्जा पर आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर और दिव्यांगजन-अनुकूल व्यवस्थाएं शामिल हैं।
Amrit Bharat Station Scheme: विरासत और आधुनिकता का समन्वय
कटनी साउथ रेलवे स्टेशन को न केवल एक परिवहन केंद्र के रूप में विकसित किया गया है, बल्कि इसे स्थानीय संस्कृति, साहस और पराक्रम से जोड़ने की पहल भी की गई है। स्टेशन परिसर में महान राजपूत योद्धा महाराणा प्रताप की घोड़े पर सवार प्रतिमा स्थापित की गई है, जो वीरता और आत्मसम्मान का संदेश देती है। साथ ही, सर्कुलेटिंग एरिया को सजाने के दौरान युद्धकालीन टेंट की आकृति वाली छतरियों को भी लगाया गया है, जिनके नीचे यात्री विश्राम कर सकेंगे।
तिरंगे के रंग में सजा पंडाल
इस ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित समारोह का आयोजन कटनी साउथ रेलवे स्टेशन परिसर में बड़े उत्साह और भव्यता के साथ किया गया। पूरा पंडाल तिरंगे के तीन रंगों में सजाया गया था, जिससे देशभक्ति और देशप्रेम का वातावरण बना। जनसभा में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, व्यापारी, जनप्रतिनिधि और रेलवे के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
Amrit Bharat Station Scheme: यात्रियों को मिलेगा बेहतर अनुभव
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पुनर्विकसित स्टेशन से न केवल यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा अनुभव मिलेगा, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी। कटनी जैसे छोटे शहर में इस स्तर की सुविधाएं मिलना रेलवे के विस्तार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नए भारत’ के विजन को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
स्टेशन बना विकास का केंद्र
भारतीय रेल को देश की जीवन रेखा कहा जाता है और रेलवे स्टेशन किसी भी शहर की पहचान का महत्वपूर्ण केंद्र होते हैं। कटनी साउथ स्टेशन का यह परिवर्तन स्थानीय विकास को रफ्तार देगा। स्टेशन के चारों ओर रोजगार, व्यापार और पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी। स्टेशन पर स्थानीय कलाओं और वास्तुकला की झलक भी दी गई है, जिससे यह केवल यात्रियों के लिए नहीं, बल्कि स्थानीय नागरिकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन गया है।
अमृत भारत स्टेशन योजना का प्रभाव
बता दें कि ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के अंतर्गत देशभर में 1,300 से अधिक स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य छोटे और मध्यम रेलवे स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त कर उन्हें क्षेत्रीय सांस्कृतिक पहचान के अनुरूप बनाना है। इसके तहत स्टेशनों को यात्री सुविधाओं के अलावा डिजिटल, हरित और वास्तुशिल्पीय दृष्टिकोण से भी उन्नत बनाया जा रहा है।
कटनी साउथ स्टेशन का यह कायाकल्प दर्शाता है कि अब देश के छोटे शहर भी विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं और ‘नए भारत’ की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं।
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