Sanjay Singh: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बीच आम आदमी पार्टी (आप) के लिए अच्छी खबर सामने आई है। आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद संजय सिंह का राज्यसभा का निलंबन खत्म हो गया है। यह निर्णय राज्यसभा के सभापति द्वारा लिया गया, जिससे अब संजय सिंह फिर से सदन की कार्यवाही में भाग ले सकेंगे। आप सांसद ने इसके लिए उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का आभार जताया है। संजय सिंह ने आरोप लगाया था कि सीबीआई और ईडी आम आदमी पार्टी के खिलाफ दुर्भावना और राजनीतिक द्वेष से काम कर रही हैं।
Table of Contents
संजय सिंह ने जताया धन्यवाद और आभार
आप नेता संजय सिंह ने अपने एक्स अकाउंट पर इसके बारे में पोस्ट कर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि लगभग एक साल के बाद संसद में जाने की अनुमति प्राप्त मिली है। आज निलंबन खत्म हो गया है। इसके लिए माननीय सभापति उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़, प्रिविलेज कमेटी के सभापति व सभी माननीय सदस्यों का अत्यंत धन्यवाद व आभार।
आम आदमी पार्टी मे खुशी की लहर
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह का निलंबन सदन की कार्यवाही के दौरान उनके व्यवहार को लेकर किया गया था। अब उनके निलंबन को हटाने का फैसला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है और इसे विभिन्न दृष्टिकोणों से देखा जा रहा है। संजय सिंह के निलंबन खत्म होने के बाद आम आदमी पार्टी में खुशी की लहर है।
आप पार्टी और समर्थन ने उठाई थी आवाज
आपको बता दें कि सांसद संजय सिंह को पिछले साल मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा से ‘अमर्यादित व्यवहार’ की वजह से निलंबित कर दिया गया था। उनके निलंबन के खिलाफ उनकी पार्टी और समर्थकों ने आवाज उठाई थी और इसे अन्यायपूर्ण करार दिया था। अब, निलंबन समाप्त होने के बाद, संजय सिंह राज्यसभा में अपनी भूमिका को पुनः सक्रिय रूप से निभा सकेंगे और पार्टी के मुद्दों को जोर-शोर से उठा सकेंगे।
सीबीआई ने केजरीवाल को किया गिरफ्तार
एक दिन पहले बुधवार को सीबीआई ने दिल्ली सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। इस पर संजय सिंह ने कहा था कि वह सीएम की गिरफ्तारी पर इंडिया गठबंधन के नेताओं से बात करेंगे। उनसे इस मुद्दे को संसद में उठाने का अपील करेंगे। आप नेता ने एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि कोई भी ताकत सच्चाई को रोक नहीं सकती। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, हौसला आंधी है और आंधी नहीं रुकती है। जुल्म के सामने सच्चाई नहीं झुकती है। जिसका शेर का कलेजा.. उसका दुश्मन क्या कर लेगा..” सब याद रखा जाएगा… जब हिसाब होगा तो दुनिया याद रखेगी।
क्या है पूरा मामला
आपको बता दें बीते साल मानसून सत्र के दौरान मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहा था। इस दौरान राज्यसभा में संजय सहित विपक्ष के सांसद यह मांग उठा रहे थे। तभी संजय सभापति धनखड़ के आसन तक पहुंच गए। धनखड़ के वापस कहने के बाद भी संजय नहीं माने। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री पीयूष गोयल ने उनके निलंबन का प्रस्ताव रखा, जिसे पास कर दिया गया। संजय को अमर्यादित व्यवहार के कारण निलंबित कर दिया गया था।