Nashik Murder: महाराष्ट्र के नासिक में रंग पंचमी के त्योहार के बीच हुए एक दर्दनाक दोहरे हत्याकांड से पूरे शहर में सनसनी फैल गई। एक गिरोह ने दो सगे भाइयों, मन्ना जाधव और प्रशांत जाधव की बेरहमी से हत्या कर दी। दोनों भाई एनसीपी अजित पवार गुट से जुड़े हुए थे, जिसमें मन्ना जाधव पार्टी के शहर उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। इस हत्याकांड के बाद नासिक शहर में भय और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है, और वे पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले को जल्द सुलझाया जाएगा और दोषियों को कानून के शिकंजे में लाया जाएगा।
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Nashik Murder: हमले का विवरण
यह वारदात अंबेडकरवाड़ी इलाके में उनके घर के सामने हुई, जहां हमलावरों ने दोनों भाइयों पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। स्थानीय लोगों ने उन्हें गंभीर हालत में नासिक जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव व्याप्त है और पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है।
Nashik Murder: त्योहार के दौरान हुई निर्मम हत्या
यह घटना उस समय हुई जब नासिक में रंग पंचमी का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा था। पुलिस अभी तक इस हमले की वजह और हमलावरों की पहचान स्पष्ट नहीं कर पाई है, लेकिन चार अलग-अलग टीमें आरोपियों की तलाश में जुट गई हैं।
Nashik Murder: हत्या के बाद दहशत और पुलिस जांच
हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए, जिससे शहर में डर और दहशत का माहौल बन गया है। स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर आक्रोश है। नासिक उपनगर पुलिस स्टेशन में इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस जांच जारी है। इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक दुश्मनी या निजी रंजिश होने की आशंका जताई जा रही है।
नागपुर हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान की गिरफ्तारी
महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हुए दंगों के 48 घंटे के भीतर ही मुख्य आरोपी फहीम खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई की शिवसेना नेता संजय निरुपम ने जमकर सराहना की और पुलिस की तत्परता की प्रशंसा की।
दंगे के पीछे की साजिश
नागपुर में दो दिन पहले बड़े पैमाने पर हिंसा भड़की थी। इस दौरान सैकड़ों वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और पुलिस पर भी हमला हुआ। पुलिस जांच में सामने आया कि फहीम खान ने अफवाहें फैलाकर इस दंगे को सुनियोजित तरीके से भड़काया था। वह एक स्थानीय मुस्लिम संगठन का शहर अध्यक्ष है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग की मदद से फहीम खान को गिरफ्तार कर लिया। संजय निरुपम ने कहा कि नागपुर पुलिस की यह कार्रवाई सराहनीय है और ऐसे असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
गृह मंत्रालय की बड़ी सफलता
संजय निरुपम ने इसे गृह मंत्रालय की बड़ी सफलता करार दिया और दंगा फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे मामलों में कठोर कदम उठाने चाहिए ताकि समाज में शांति और सौहार्द बना रहे। पुलिस अब अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है और दंगे में शामिल अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
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