Delhi Blast: दिल्ली के लाल किला क्षेत्र में 10 नवंबर को हुए विनाशकारी कार बम धमाके की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को लगातार सफलता मिल रही है। सोमवार को एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड निवासी जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश को गिरफ्तार किया। एनआईए की श्रीनगर टीम ने उसे हिरासत में लिया, जो आतंकी हमले के प्रमुख सह-षड्यंत्रकारी के रूप में उभरा है। जांच में पता चला कि जसीर ने आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी के साथ मिलकर हमले की योजना बनाई और तकनीकी सहायता प्रदान की। इस धमाके में 13 लोग मारे गए और 32 घायल हुए, जिनमें पर्यटक और स्थानीय शामिल थे।
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Delhi Blast: कार बम से दहला लाल किला
10 नवंबर की शाम करीब 7 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक ह्यूंडई i20 कार में विस्फोट हो गया। फोरेंसिक जांच से साबित हुआ कि यह वाहन-जनित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (वीबीडब्ल्यू आईईडी) था, जिसमें अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और ट्राइएसेटोन ट्राइपेरोक्साइड (टीएटीपी) जैसे विस्फोटक भरे थे। डीएनए विश्लेषण से ड्राइवर की पहचान पुलवामा निवासी डॉक्टर उमर उन नबी के रूप में हुई, जो फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में जनरल मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर थे।
Delhi Blast: आतंकी हमले की साजिश में नया खुलासा
एनआईए ने इसे आत्मघाती हमला करार दिया, जो जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े ‘व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल’ का हिस्सा था। जांच में खुलासा हुआ कि मॉड्यूल 2022 से सक्रिय था और टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स पर पाकिस्तानी हैंडलर्स फैसल, हाशिम और उकाशा से संपर्क में था।
Delhi Blast: जसीर वानी की भूमिका: ड्रोन और रॉकेट बनाने का मास्टरमाइंड
20 वर्षीय जसीर बिलाल वानी, राजनीति विज्ञान का स्नातक, काजीगुंड के वानपोरा का निवासी है। एनआईए के अनुसार, वह उमर उन नबी का करीबी सहयोगी था, जिसने मस्जिद में पहली मुलाकात के बाद उसे कट्टर बनाया। जसीर ने ड्रोन संशोधित कर हमलों के लिए तैयार किया और छोटे रॉकेट बनाने की कोशिश की, जो हमास-शैली के सीरियल ब्लास्ट का हिस्सा थे।
Delhi Blast: पूछताछ में हुए कई खुलासे
पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि मॉड्यूल उसे ओवर-ग्राउंड वर्कर बनाना चाहता था, लेकिन उमर ने उसे फिदायीन हमलावर बनाने की साजिश रची। जसीर को शनिवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हिरासत में लिया था, उसके चाचा नबीत वानी (फिजिक्स टीचर) के साथ। सोमवार को एनआईए ने औपचारिक गिरफ्तारी की। दुखद रूप से, जसीर के पिता बिलाल अहमद वानी (55 वर्षीय ड्राई फ्रूट विक्रेता) ने पुलिस पूछताछ के बाद खुद को आग लगा ली, और सोमवार को श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में उनकी मौत हो गई।
Delhi Blast: एक दिन पहले आमिर राशिद अली की गिरफ्तारी
रविवार को एनआईए ने दिल्ली से एक और प्रमुख आरोपी आमिर राशिद अली को गिरफ्तार किया। पंपोर के संबूरा निवासी आमिर ने उमर के साथ साजिश रची और दिल्ली आकर i20 कार खरीदी, जो विस्फोट के लिए आईईडी में तब्दील हुई। सोमवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 10 दिनों की एनआईए हिरासत में भेज दिया। पूछताछ में आमिर ने कबूला कि हमला ‘भय फैलाने और भारत की एकता कमजोर करने’ के लिए था। एनआईए ने उमर की एक अन्य कार भी जब्त की, जिसकी फोरेंसिक जांच चल रही है।
जांच का दायरा: डॉक्टरों का टेरर मॉड्यूल और जेईएम कनेक्शन
एनआईए ने 73 से अधिक गवाहों के बयान दर्ज किए हैं। जांच फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़ी, जहां 358 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ। उमर के अलावा दो अन्य डॉक्टर—मुजम्मिल अहमद गनाई (पुलवामा) और अदील अहमद राथर (काजीगुंड)—गिरफ्तार हैं, जो जेईएम और अंसार गजवात-उल-हिंद से जुड़े थे। मॉड्यूल ने तुर्की में हैंडलर्स से मुलाकात की और घर पर बम-टेस्टिंग लैब चलाई। एनआईए टीमें दिल्ली, जेके, हरियाणा, यूपी, पंजाब, और मध्य प्रदेश में छापे मार रही हैं। उमर के पुलवामा घर को 14 नवंबर को ध्वस्त कर दिया गया।
प्रतिक्रियाएं और सुरक्षा उपाय: एकता का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ितों से राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मुलाकात की। गृह मंत्री अमित शाह ने एनआईए को तेजी से जांच के निर्देश दिए। पीड़ित परिवारों ने न्याय की मांग की, जबकि कश्मीर में परिवार सदमे में हैं। एनसीआर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई—वाहन चेकिंग और ड्रोन सर्विलांस बढ़ा। विपक्ष ने जांच की सराहना की, लेकिन पारदर्शिता की मांग की।
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