Cyclone Remal: चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ रविवार रात बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के बीच तट से टकरा गया है। बंगाल सहित भारत के कई राज्यों में इसका असर देखने को मिल रहा है। पश्चिम बंगाल में तूफान रेमल के भारी तबाही मचा दी है। भारी बारिश के कारण चार लोगों की मौत हो गई है। तूफान की वजह से कोलकाता के कुछ हिस्सों में पानी भर गया है। इतना ही नहीं बंगाल में इस तूफान की वजह हसे 15,000 घर नष्ट हो गए है। वहीं, तेलंगाना के कई इलाकों में रविवार रात आए तेज आंधी-तूफान व भारी बारिश की चपेट में आकर 13 लोगों की मौत हो गई।
Table of Contents
सैकड़ो पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए
पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान रेमल के भारी तबाही मचाने के बाद भारी बारिश से चार लोगों की जान जा चुकी है। भारी बारिश के कारण कोलकाता के निचले इलाके जलमग्न हो गए। तूफान की वजह से राज्य में सैकड़ों पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे महानगर में जनजीवन प्रभावित हो गया है। शहर के कई स्थानों पर पानी पंपों का उपयोग करके पानी निकालने के प्रयास किये जा रहे हैं।
तूफान से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित
इस चक्रवाती तूफान की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि चक्रवात रेमल से शहर के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हो गए है। हमारे आपदा प्रबंधन समूह के कर्मी और विभिन्न पुलिस थानों के कर्मी यातायात को सुचारु रूप से चालू रखने के लिए गिरे कई पेड़ों को हटाने के लिए पूरी रात काम कर रहे है।
बंगाल में अब तक चार लोगों की मौत
पुलिस ने बताया कि मध्य कोलकाता में तेज बारिश के कारण एक घर की छत का एक हिस्सा गिर गया, इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। दक्षिण 24 परगना के मौसुनी द्वीप में एक महिला पर पेड़ गिरने से उसकी जान चली गई। पूर्व बर्धमान के मेमारी में एक पिता-पुत्र की बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई।
135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आया तूफान
रेमल से बंगलादेश और पश्चिम बंगाल के बीच भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई है। तूफान 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आया और भारी बारिश हुई। इससे दक्षिण 24 परगना में घरों और खेतों में पानी भर गया, जहां राज्य प्रशासन और भारत सेवाश्रम संघ सहित कई गैर सरकारी संगठनों ने प्रभावित लोगों को निकालने के लिये शिविर खोले। चक्रवाती तूफान रेमल से दक्षिण 24 परगना के कुछ हिस्सों में फूस की झोपड़ियां और मिट्टी से बनाए गए घरों को भी नष्ट कर दिया।
तेलंगाना में 13 लोगों की गई जान, कई घायल
तेलंगाना के कई इलाकों में कल रात आए तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश की चपेट में आकर 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल भी हुई है। प्रदेश की राजधानी हैदराबाद सहित कई जिलों में तेज आंधी के साथ भारी बारिश का कहर देखने को मिला। तेज हवाओं से पेड़ उखड़ गए, बिजली और संचार टावर क्षतिग्रस्त हो गए और यातायात व बिजली आपूर्ति बाधित हुई।
अकेले नगरकुर्नूल में सात मौतें
अकेले नगरकुर्नूल जिले में सात मौतें हुईं। हैदराबाद के विभिन्न हिस्सों से चार और मेडक से दो लोगों की मौत की खबर है। तेज़ आंधी ने नागरकर्नूल, मेडक, रंगारेड्डी, मेडचल मल्काजगिरी और नलगोंडा जिलों में भारी विनाश किया। नगरकुर्नूल जिले के तंदूर गांव में एक निर्माणाधीन पोल्ट्री शेड गिरने से पिता-पुत्री समेत चार लोगों की मौत हो गई।
बिजली आपूर्ति बाधित
तूफान में कई जगह बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए। इसलिए कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। ट्रांसमिशन और वितरण लाइनें टूट गईं। बिजली के तारों पर पेड़ की शाखाएं गिर गईं। तेज आंधी के कारण खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और उखड़ गए। कुछ स्थानों पर होर्डिंग्स व मोबाइल टावर सड़कों और घरों पर गिर गए।