Congress: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी को इनकम टैक्स विभाग ने एक बार फिर से नोटिस भेजा है। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार आयकर विभाग ने कांग्रेस को यह नोटिस टैक्स रिटर्न में कथित विसंगतियों के लिए भेजा है और पार्टी पर 1700 करोड़ का जुर्माना लगाया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आयकर विभाग ने यह डिमांड नोटिस वर्ष 2017-18 से 2020-21 के लिए भेजा है। बताया जा रहा है कि आईटी डिपार्टमेंट ने कांग्रेस को जो 1700 करोड़ रुपए का भुगतान करने के लिए कहा है, उसमें जुर्माना और ब्याज शामिल है।
Table of Contents
बढ़ गई Congress की परेशानी:
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इनकम टैक्स विभाग के नोटिस ने कांग्रेस की परेशानी को बढ़ा दिया है। बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट में कांग्रेस ने याचिका दायर कर वर्ष 2017-2021 के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के जुर्माने की फिर से जांच करने की मांग की थी। हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट ने कांग्रेस की इस याचिका को खारिज कर दिया। इसके बाद इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस को यह नोटिस भेजा है।
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कांग्रेस पार्टी के वकील और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने आयकर विभाग की कार्रवाई को लोकतंत्र के खिलाफ और गैर जरूरी बताते हुए इसे रोकने की मांग की। वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी पार्टी को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
जयराम रमेश ने बताया टैक्स टेरिरज्म:
कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने इसे टैक्स टेरिरज्म बताते हुए कहा कि कर आतंकवाद के जरिए लोकसभा चुनाव से पहले मुख्य विपक्षी दल पर हमला किया जा रहा है। वहीं पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि कांग्रेस को जिन मापदंडों के आधार पर जुर्माने के नोटिस दिए गए हैं, उनके आधार पर तो बीजेपी से 4600 करोड़ रुपये से आधिक के भुगतान की मांग करनी चाहिए। माकन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पहले ही इनकम टैक्स विभाग पार्टी के बैंक खातों से जबरन 135 करोड़ रुपए निकाल चुका है और अब 1700 करोड़ रुपये का भुगतान करने का नोटिस भेजा है।
कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु किया जा रहा:
अजय माकन ने कहा कि यह सब लोकसभा चुनाव से पहले समान अवसर को खत्म करने के लिए हो रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु किया जा रहा है। काग्रेंस का कहना है कि इनकम टैक्स द्वारा 135 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने और बैंक खाते फ्रीज करने की वजह से पार्टी धन की कमी से जूझ रही है। अब कहा जा रहा है कि दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा याचिका खारिज करने के बाद कांग्रेस उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी।
पहले 135 करोड़ वसूल चुका है इनकम टैक्स:
बता दें कि वर्ष 2018-19 के लिए कांग्रेस द्वारा जरूरी शर्त पूरी ना करने पर इनकम टैक्स पार्टी के दिल्ली में स्थित बैंक खातों से 135 करोड़ रुपए वसूल चुका है। आयकर विभाग ने कहा था कि इसमें 520 करोड़ रुपए असेसमेंट में शामिल नहीं थे। कोर्ट में इनकम टैक्स विभाग ने कहा कि छापेमारी में विभाग को ऐसे सबूत मिले थे, जिनसे स्पष्ट हो गया था कि पैसे का लेन देन कैश के जरिए हुआ था। आयकर विभाग का कहना है कि कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और एक कंपनी के साथ पार्टी के लेन-देन की बात सामने आई है। आईटी विभाग का कहना है कि ये नियमों का उल्लंघन है।