Gariaband Encounter: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पिछले तीन दिनों से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच चल रही मुठभेड़ में अब तक 16 नक्सलियों को मार गिराया गया है। मारे गए नक्सलियों में छह महिलाएं भी शामिल हैं। यह मुठभेड़ गरियाबंद के कुल्हाड़ी घाट क्षेत्र में स्थित भालू डिग्गी के घने जंगलों में हो रही है। मुठभेड़ के बाद से पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
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रायफल और बंदूकें सहित 17 हथियार बरामद
आईजी रायपुर रेंज अमरेश कुमार मिश्रा ने बताया कि 19 जनवरी की शाम से यह मुठभेड़ शुरू हुई थी। अब तक 16 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। घटनास्थल से 17 हथियार, जिसमें रायफल और बंदूकें शामिल हैं, बरामद किए गए हैं। इसके अलावा, दो दर्जन से अधिक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) को निष्क्रिय कर दिया गया है। आईजी ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं, और जांच के दौरान उनकी पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सुरक्षाबलों ने संयुक्त रूप से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
नक्सलियों के खिलाफ बड़े अभियान की तैयारी
आईजी मिश्रा ने बताया कि इस अभियान को पूरी तैयारी और रणनीति के साथ अंजाम दिया गया। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के ठिकाने का पता लगाकर घेराबंदी की। अभियान में छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ-साथ ओडिशा फोर्स ने भी सहयोग किया। मुठभेड़ के बारे में उन्होंने कहा, मौके से जो जानकारी और सबूत मिले हैं, उससे पता चलता है कि मारे गए नक्सलियों में कई बड़े कमांडर शामिल हो सकते हैं। अक्सर देखा गया है कि मुठभेड़ के दौरान जितने शव बरामद होते हैं, असल में मरने वालों की संख्या उससे कहीं अधिक होती है।
नक्सली गतिविधियों में बढ़ोतरी का संकेत
गरियाबंद जिले में नक्सलियों की गतिविधियों के अचानक बढ़ने पर आईजी मिश्रा ने कहा, यह नक्सली पहले से ही इस इलाके में सक्रिय थे। उनका बस्तर क्षेत्र से आवागमन बना रहता है। हालांकि, इस क्षेत्र में सुरक्षाबलों की बढ़ती मौजूदगी के कारण नक्सलियों को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि नक्सलियों के खिलाफ इस अभियान को अंजाम देने के लिए पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। जंगलों के हर कोने को खंगाला जा रहा है ताकि किसी भी बचे हुए नक्सली को पकड़ा या निष्प्रभावी किया जा सके।
भविष्य की योजनाएं: सुरक्षा बढ़ाने पर जोर
गरियाबंद क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच चल रही इस मुठभेड़ के बाद राज्य प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को और अधिक कड़ा करने की घोषणा की है। ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जंगलों में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके अलावा, नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
मुठभेड़ स्थल पर बरामदगी और संभावित प्रभाव
मुठभेड़ स्थल से बरामद हथियार और आईईडी नक्सलियों की खतरनाक रणनीति को उजागर करते हैं। आईजी मिश्रा ने कहा, हमारे जवानों ने बहादुरी से इस चुनौती का सामना किया है और नक्सलियों के खिलाफ यह एक बड़ी सफलता है। यह मुठभेड़ सुरक्षाबलों के साहस और कर्तव्यपरायणता को दर्शाती है।
ग्रामीणों की सुरक्षा और विश्वास जीतने पर जोर
नक्सली प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों के बीच सुरक्षा का माहौल बनाए रखना सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी चुनौती है। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष योजनाएं बनाई हैं कि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस सफलता से नक्सलियों के मनोबल पर गहरा असर पड़ेगा और यह संदेश जाएगा कि सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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