Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल सुकमा जिले के एक गांव में रविवार को एक अत्यंत दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जादू-टोना के शक में एक ही परिवार के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। यह जघन्य हत्याकांड स्थानीय समुदाय में गहरा आघात और चिंता का कारण बन गया है। इस जघन्य हत्याकांड के सिलसिले में गांव के पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। स्थानीय निवासियों और मानवाधिकार संगठनों ने इस प्रकार की हिंसा की कड़ी निंदा की है और न्याय की मांग की है।
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जादू टोने के शक में 5 लोगों की बेरहमी से हत्या
पुलिस के अनुसार, हत्या की यह घटना रविवार को हुई और मृतकों की पहचान मौसम कन्ना (34), उनकी पत्नी मौसम बीरी, मौसम बुच्चा (34), उनकी पत्नी मौसम अरजो (32), और एक अन्य महिला करका लच्छी (43) के रूप में की गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इन लोगों की हत्या अंधविश्वास और जादू-टोना के शक में की गई। हत्या की इस घटना में एक ही परिवार के पांच सदस्य, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया।
गांव के लोग हिरासत में
पुलिस के अनुसार, हत्या की घटना की सूचना मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए गांव में पहुंची। घटना की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने एक ही गांव के पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इन लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि हत्याकांड की सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को दंडित किया जा सके। पुलिस विभाग ने इस जघन्य अपराध के आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है और स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
घटना के बाद पुलिस ने बढ़ाई गांव में गश्त
इस घटना के बाद, सुकमा जिले में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है और पुलिस ने गांव में गश्त बढ़ा दी है। इसके साथ ही, प्रशासन ने अंधविश्वास और जादू-टोना के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाने का भी निर्णय लिया है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों और समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
राजस्थान में भी हुई थी ऐसी घटना
छत्तीसगढ़ में इस प्रकार की घटनाएं दुर्लभ नहीं हैं, जहां अंधविश्वास के नाम पर निर्दोष लोगों की जान ले ली जाती है। इस जघन्य हत्या ने समाज में एक गंभीर सवाल खड़ा किया है कि कैसे अंधविश्वास और कुरीतियों के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए जा सकते हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। बता दें कि इसी साल जुलाई में राजस्थान के सलूंबर में एक युवक ने जादू-टोने के शक में तलवार से गला काटकर अपने ही दोस्त की हत्या कर दी थी। जब पुलिस उसे पकड़ने पहुंची तो उसने खुद की भी जान ले ली।