Chhattisgarh cabinet: छत्तीसगढ़ में जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शनिवार को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की है। यह कदम राज्य की प्रशासनिक क्षमता को बढ़ाने और आगामी चुनावों की तैयारी के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दर्जनभर से ज्यादा विधायकों के नाम चर्चा में हैं और इस विस्तार से सरकार की कार्यक्षमता और राजनीतिक स्थिरता बढ़ने की उम्मीद है। जनता को नए मंत्रियों से विकास कार्यों और योजनाओं में तेजी की उम्मीद है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन-कौन से विधायक नए मंत्रिमंडल में शामिल होते हैं और किस तरह से सरकार अपने वादों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ती है।
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राज्यपाल से मिले सीएम विष्णुदेव साय
सीएम विष्णुदेव साय ने मानसून सत्र से पहले आज राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि साय कैबिनेट में जल्द ही बड़ा फेरबदल होने वाला है। सूत्रों के मुताबिक सीएम साय ने राज्यपाल से कैबिनेट को लेकर चर्चा की है। हाल ही में कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद बनने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि जल्द ही साय कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हो सकता है।
मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा गरम
विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार में कुल 13 कैबिनेट मंत्री होंगे। राज्य में बीजेपी की सरकार बनाने के बाद 12 कैबिनेट मंत्री ही थे। एक पद खाली रखा गया था। इसके अलावा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल संसदीय चुनाव जीतने के बाद अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस प्रकार से अभी दो कैबिनेट पद खाली है। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जल्द ही कैबिनट विस्तार किया जा सकता है।
खराब परफॉर्मेंस वाले मंत्रियों पर भी तलवार
साय कैबिनेट में फिलहाल जितने भी मंत्री काम कर रहे हैं, उनका रिव्यू लोकसभा चुनाव के बाद किया जाना था। बताया जा रहा है कि कुछ मंत्री अपने कसौटी पर खरे नहीं उतर पाए है। ऐसे में साय कैबिनेट में खराब परफॉर्मेंस वाले मंत्रियों पर तलवार लटकी हुई है। बताया जा रहा है कि साय सरकार में कुछ मंत्रियों का कद घटा सकता है।
मंत्री की रेस में दर्जनभर से ज्यादा विधायक
एक मंत्री पद पहले से ही खाली था। बीते दिनों शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी इस्तीफा दे दिया है। इस प्रकार से दो मंत्री पद खाली पड़े है और इस रेस में आधा दर्जन नेताओं के नाम है। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार होने पर कोंडागांव विधायक लता उसंडी, आरंग विधायक खुशवंत साहेब, रायपुर विधायक राजेश मूणत, दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव, रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा, बस्तर विधायक किरण देव और कुरूद विधायक अजय चंद्राकर को मौका मिल सकता है।
राजनीतिक समीकरण
मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए दर्जनभर से ज्यादा विधायकों के नाम चर्चा में हैं। इन विधायकों में कुछ प्रमुख नाम हैं जो अपनी काबिलियत और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व के आधार पर चुने जा सकते हैं। विस्तार के दौरान क्षेत्रीय संतुलन और जातिगत समीकरणों का ध्यान रखा जाएगा। यह विस्तार आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है, जिससे पार्टी की पकड़ मजबूत की जा सके।