Rule Change: अक्टूबर का महीना आम आदमी के लिए कई बड़े बदलाव लेकर आ रहा है। 1 अक्टूबर 2025 से देशभर में पांच महत्वपूर्ण नियमों में संशोधन लागू हो जाएगा, जो रसोई गैस की कीमतों से लेकर पेंशन, रेल टिकट बुकिंग, यूपीआई लेनदेन और बैंकों की छुट्टियों तक प्रभावित करेगा। ये बदलाव उपभोक्ताओं के दैनिक खर्च, यात्रा और वित्तीय योजना को सीधे प्रभावित करेंगे। सरकार और नियामक संस्थाओं के इन फैसलों का उद्देश्य पारदर्शिता, धांधली रोकना और लागत नियंत्रण है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इससे कुछ क्षेत्रों में राहत मिलेगी तो कहीं चुनौतियां बढ़ेंगी। आइए जानते हैं इन बदलावों की पूरी डिटेल।
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Rule Change: एलपीजी सिलेंडर कीमतों में संभावित उछाल: रसोई बजट पर बोझ
रसोई का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा एलपीजी गैस अब महंगी हो सकती है। 1 अक्टूबर 2025 से 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की पूरी संभावना है। पिछले कई महीनों से स्थिर रही ये कीमतें अब अंतरराष्ट्रीय बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण संशोधित हो सकती हैं। दिल्ली में वर्तमान में 14.2 किग्रा सिलेंडर की कीमत 803 रुपये है, जबकि 19 किग्रा कमर्शियल सिलेंडर 1,741 रुपये का है। मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में भी समान बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आखिरी संशोधन अप्रैल 2025 में हुआ था, जब कीमतें 19 रुपये घटी थीं।
एटीएफ, सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में भी होगी समीक्षा
इसके अलावा, एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ), सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में भी समीक्षा होगी। विशेषज्ञों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में वैश्विक अस्थिरता के कारण उपभोक्ताओं को 50-100 रुपये प्रति सिलेंडर का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ सकता है। महिलाओं और गृहिणियों के संगठनों ने सरकार से सब्सिडी बढ़ाने की मांग की है, ताकि निम्न-मध्यम वर्ग पर असर न पड़े। यह बदलाव हर घर की रसोई को प्रभावित करेगा, खासकर त्योहारों के मौसम में।
Rule Change: रेल टिकट बुकिंग में आधार अनिवार्य
रेल यात्रियों के लिए बड़ा बदलाव रेलवे टिकट बुकिंग में आ रहा है। 1 अक्टूबर 2025 से आईआरसीटीसी वेबसाइट और ऐप पर टिकट बुकिंग के पहले 15 मिनट में केवल आधार-वेरिफाइड मोबाइल नंबर वाले यूजर्स ही बुकिंग कर सकेंगे। इसका उद्देश्य टिकटों की ब्लैकमार्केटिंग और दलालों की मनमानी रोकना है। वर्तमान में तत्काल बुकिंग पर यह नियम लागू है, लेकिन अब सामान्य आरक्षण पर भी। कंप्यूटरीकृत काउंटरों से बुकिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
धांधली पर लगेगा ब्रेक
रेल मंत्री ने कहा कि यह कदम यात्रियों को पारदर्शी सुविधा देगा। हालांकि, ग्रामीण और बुजुर्ग यात्रियों को आधार लिंकिंग की परेशानी हो सकती है। लाखों यात्री जो ऑनलाइन बुकिंग पर निर्भर हैं, उन्हें पहले आधार वेरिफाई कराना होगा। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इससे टिकटों की उपलब्धता बढ़ेगी, लेकिन शुरुआती दिनों में सर्वर पर दबाव पड़ सकता है।
Rule Change: पेंशन नियमों में शुल्क संशोधन
राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के तहत पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीएफआरडीए) ने शुल्क संरचना में बदलाव किया है। 1 अक्टूबर 2025 से सरकारी कर्मचारियों के लिए ई-पीआरएएन किट 18 रुपये और फिजिकल कार्ड 40 रुपये का होगा। सालाना मेंटेनेंस चार्ज 100 रुपये प्रति अकाउंट निर्धारित है। अटल पेंशन योजना (एपीवाई) और एनपीएस लाइट के सब्सक्राइबर्स के लिए पीआरएएन खोलने और मेंटेनेंस दोनों शुल्क 15 रुपये ही रहेंगे, जबकि ट्रांजेक्शन चार्ज शून्य होगा।
पेंशनर्स को मिलेगी राहत
यह बदलाव करोड़ों पेंशनर्स के लिए फायदेमंद है, क्योंकि पहले शुल्क अधिक थे। वित्त मंत्रालय ने इसे ‘लागत में कमी’ बताते हुए बुजुर्गों को राहत का वादा किया है। हालांकि, निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को नए नियमों का पालन करना होगा, जो रिटायरमेंट प्लानिंग को सरल बनाएगा।
यूपीआई लेनदेन पर नई सीमा: डिजिटल भुगतान में सतर्कता
डिजिटल इंडिया के प्रतीक यूपीआई पर भी बदलाव आ रहा है। 1 अक्टूबर 2025 से भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने पीयर-टू-पीयर (पी2पी) ट्रांजैक्शन पर साप्ताहिक लिमिट 1 लाख रुपये तय की है। इससे पहले यह असीमित था, लेकिन फ्रॉड रोकने के लिए यह सीमा लगाई गई। बड़े लेनदेन के लिए अब वैकल्पिक तरीकों का सहारा लेना पड़ेगा। एनपीसीआई के अनुसार, यह कदम साइबर सुरक्षा मजबूत करेगा। उपभोक्ता संगठनों ने इसे स्वागत योग्य बताया, लेकिन छोटे व्यापारियों को असुविधा हो सकती है। यूपीआई के 10 करोड़ से अधिक यूजर्स को अब ट्रांजेक्शन ट्रैकिंग पर ध्यान देना होगा।
बैंकों की छुट्टियां: टीयूयूसी पर विशेष व्यवस्था
अंत में, बैंकों की छुट्टियों में बदलाव होगा। 1 अक्टूबर 2025 को ट्रेड यूनियंस कांग्रेस (टीयूयूसी) की स्थापना दिवस पर कई राज्यों में छुट्टी घोषित है। आरबीआई ने निर्देश दिए हैं कि प्रभावित क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं न्यूनतम रखी जाएं। इससे चेक क्लीयरेंस और ट्रांसफर में देरी हो सकती है। ग्राहकों को अग्रिम तैयारी की सलाह दी गई है।
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