Onion Prices: प्याज की बढ़ती कीमतों के बीच केंद्र सरकार ने राहत पहुंचाने के लिए ‘कांदा एक्सप्रेस’ ट्रेन का संचालन किया है। इस ट्रेन के माध्यम से महाराष्ट्र के नासिक से 1,600 टन प्याज को दिल्ली लाया गया है। इस कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि प्याज की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे कीमतों में कमी आएगी और आम जनता को राहत मिलेगी। पिछले कुछ हफ्तों में प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ी थीं। सरकार का यह प्रयास मौसमी उतार-चढ़ाव और supply chain में सुधार के माध्यम से बाजार में प्याज की स्थिरता लाने के लिए है। अब देखना यह है कि यह उपाय बाजार में कितनी जल्दी असर दिखाता है।
Table of Contents
दीपावली से पहले महंगे प्याज से मिलेगी राहत
‘कांदा एक्सप्रेस’ के जरिए सरकार की कोशिश दीपावली से पहले आम जनता को महंगी प्याज से राहत देना है। हाल के कुछ हफ्तों में प्याज के दाम दिल्ली में 75 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं, जिससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस ट्रेन के माध्यम से प्याज की सप्लाई बढ़ाने से उम्मीद की जा रही है कि कीमतों में कमी आएगी, जिससे त्योहारों के दौरान लोगों को राहत मिलेगी। सरकार का लक्ष्य है कि त्यौहारों के मौसम में खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए और महंगाई पर नियंत्रण पाया जाए।
ट्रेन के 42 कोच में लदा हुआ है प्याज
इस ट्रेन में 42 कोच हैं, और सभी में प्याज लदा हुआ है। ‘कांदा एक्सप्रेस’ दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी, जहां से प्याज को राष्ट्रीय राजधानी के थोक बाजारों में भेजा जाएगा। इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि प्याज की आपूर्ति में वृद्धि होगी, जिससे बाजार में इसकी कीमतों में कमी आएगी। इससे दीपावली के त्योहार के दौरान उपभोक्ताओं को राहत मिल सकेगी।
रिटेल में 35 रुपये प्रति किलो में बिकेगा प्याज
इस कदम से दिल्ली में प्याज की उपलब्धता बढ़ने की उम्मीद है, जिससे कीमतों में कमी आएगी। ‘कांदा एक्सप्रेस’ के माध्यम से लाए गए प्याज को रिटेल में 35 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाएगा, जो कि हाल के दिनों में 75 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थी। इससे उपभोक्ताओं को दीपावली से पहले राहत मिलने की उम्मीद है।
4.7 लाख टन रबी सीजन का खरीदा है प्याज
केंद्र सरकार ने इस वर्ष मूल्य स्थिरीकरण के लिए 4.7 लाख टन रबी सीजन का प्याज खरीदा है। बफर स्टॉक से लगभग 92,000 मीट्रिक टन प्याज नासिक और अन्य स्रोत केंद्रों से सड़क परिवहन द्वारा ट्रकों के माध्यम से उपभोग केंद्रों तक भेजा जा चुका है। यह कदम महंगाई को नियंत्रित करने और उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए उठाया गया है।
लखनऊ और वाराणसी के लिए रेल रेक द्वारा प्याज के शिपमेंट की योजना
हाल ही में उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि प्याज के परिवहन में रेलवे की भूमिका बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि प्याज को बाजार में तेजी से पहुंचाने के लिए और अधिक गंतव्यों को जोड़ा जा रहा है। आगामी दिनों में लखनऊ और वाराणसी के लिए रेल रेक द्वारा प्याज के शिपमेंट की योजना बनाई गई है। इससे प्याज की आपूर्ति और बेहतर होने की उम्मीद है।
इन राज्यों में बढ़े थे प्याज के दाम
इससे पहले सरकार ने जानकारी दी थी कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, झारखंड और तेलंगाना जैसे प्रमुख राज्यों में प्याज की औसत खुदरा कीमतें सितंबर के पहले सप्ताह के स्तर की तुलना में हाल के दिनों में कम दर्ज की गई हैं। यह गिरावट प्याज की आपूर्ति बढ़ने और बाजार में प्रतिस्पर्धा के कारण हुई है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है।