LPG Price Hike: केंद्र सरकार ने आम जनता को एक और झटका देते हुए घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देश में महंगाई को लेकर पहले से ही चिंता बनी हुई है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस बढ़ोतरी की जानकारी दी और बताया कि नई दरें मंगलवार से प्रभावी होंगी। यह बढ़ोतरी एक साल बाद की गई है, जिससे घरेलू रसोई खर्च पर सीधा असर पड़ेगा।
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LPG Price Hike: दिल्ली में अब 853 रुपये में मिलेगा सिलेंडर
नई कीमतों के अनुसार, दिल्ली में 14.2 किलो का घरेलू एलपीजी सिलेंडर अब 803 रुपये की जगह 853 रुपये में मिलेगा। कोलकाता में इसकी कीमत 829 रुपये से बढ़कर 879 रुपये, मुंबई में 802.50 रुपये से बढ़कर 853.50 रुपये और चेन्नई में 818.50 रुपये से बढ़कर 868.50 रुपये हो गई है। यह बढ़ोतरी सभी महानगरों और राज्यों में समान अनुपात में लागू की जाएगी।
LPG Price Hike: उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों पर भी असर
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले गैस सिलेंडर की कीमत में भी 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। पहले जहां यह सिलेंडर 500 रुपये में मिलता था, अब उपभोक्ताओं को इसके लिए 550 रुपये चुकाने होंगे। हालांकि उज्ज्वला योजना का मकसद गरीब और वंचित परिवारों को सस्ती दरों पर गैस मुहैया कराना था, लेकिन इस बढ़ोतरी से इस वर्ग को भी अतिरिक्त आर्थिक बोझ सहना पड़ेगा।
एक साल बाद हुआ इजाफा
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में यह इजाफा एक साल बाद हुआ है। इससे पहले 9 मार्च 2024 को सरकार ने आम जनता को राहत देते हुए सिलेंडर के दाम में 100 रुपये की कटौती की थी। उससे पहले 30 अगस्त 2023 को भी 200 रुपये की बड़ी राहत दी गई थी, जब कीमतें 1103 रुपये से घटाकर 903 रुपये की गई थीं। लेकिन अब एक बार फिर दाम बढ़ाकर 853 रुपये कर दिए गए हैं।
पिछला रिकॉर्ड: 10 बार बढ़े दाम
मार्च 2023 में भी गैस सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाए गए थे, जिससे उस समय कीमतें 1053 रुपये से बढ़कर 1103 रुपये तक पहुंच गई थीं। 1 जून 2021 से लेकर 1 मार्च 2023 तक घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में कुल 10 बार इजाफा हुआ, जिसके चलते उपभोक्ताओं को लगभग 294 रुपये अतिरिक्त चुकाने पड़े थे। इस बार का इजाफा उन उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय बन गया है, जो पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं।
क्या मिलेगी पेट्रोल-डीजल से राहत?
हालांकि सरकार ने इस बढ़ोतरी के साथ यह संकेत भी दिया है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की जा सकती है। पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में गिरावट आई है और इसका फायदा आम जनता को देने की योजना बनाई जा रही है। यदि ऐसा होता है, तो यह एलपीजी के महंगे होने से मिली चोट पर एक आंशिक मरहम का काम कर सकता है।
दो साल बाद घरेलू सिलेंडर के बढ़ें दाम
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में दो साल बाद किया गया यह इजाफा सीधे तौर पर आम उपभोक्ता की जेब पर असर डालेगा। जहां एक ओर सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतें घटाने की बात कर रही है, वहीं एलपीजी की दरों में इजाफा राहत की उम्मीदों को कम करता है। खासकर उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए यह कदम मुश्किलें बढ़ा सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार इस फैसले का बचाव कैसे करती है और क्या उपभोक्ताओं को भविष्य में कोई राहत मिलती है।
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