Gold Price: देशभर में सोने की कीमतों में शुक्रवार को जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी और रुपये की मजबूती की वजह से भारत में सोने के भाव में लगातार गिरावट देखी जा रही है। 24 कैरेट शुद्ध सोना शुक्रवार को 968 रुपए सस्ता होकर 93,393 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जो अब तक की हाल की गिरावट में सबसे प्रमुख स्तर है। इससे पहले गुरुवार को यह कीमत 94,361 रुपए थी।
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Gold Price: एक सप्ताह में 2,200 की गिरावट
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, बीते एक सप्ताह के भीतर सोने की कीमतों में करीब 2,200 रुपए की गिरावट दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को सोने की कीमत 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू गई थी, जो अब तक का उच्चतम स्तर था।
Gold Price: 22 कैरेट से लेकर 18 कैरेट तक सस्ता हुआ सोना
इस गिरावट का असर केवल 24 कैरेट पर ही नहीं, बल्कि अन्य कैरेट्स पर भी देखा गया। 22 कैरेट सोना अब 91,115 रुपए प्रति 10 ग्राम, 20 कैरेट सोना 83,120 रुपए और 18 कैरेट सोना 75,650 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। इससे आम उपभोक्ताओं और आभूषण खरीदने वालों के लिए यह एक राहत की खबर बनकर आई है।
चांदी में मामूली तेजी
वहीं दूसरी ओर, चांदी की कीमत में हल्की तेजी देखने को मिली है। शुक्रवार को चांदी 86 रुपए महंगी होकर 94,200 रुपए प्रति किलो हो गई है। गुरुवार को इसका मूल्य 94,114 रुपए प्रति किलो था।
Gold Price: वायदा बाजार में थोड़ी तेजी
जहां हाजिर बाजार में सोना कमजोर हुआ है, वहीं वायदा बाजार में थोड़ी तेजी देखी गई है। 5 जून डिलीवरी वाला सोने का कॉन्ट्रैक्ट करीब 1 प्रतिशत बढ़कर 93,215 रुपए पर कारोबार करता नजर आया। इसका मतलब यह है कि निवेशक फिलहाल वायदा में थोड़ी स्थिरता की उम्मीद कर रहे हैं।
गिरावट के पीछे क्या हैं कारण?
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में गिरावट के दो प्रमुख कारण हैं:
डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती – शुक्रवार को रुपया 40 पैसे की मजबूती के साथ 84 के नीचे आ गया, जो पिछले 7 महीनों में सबसे मजबूत स्तर है। रुपये की मजबूती से आयातित वस्तुओं, खासकर सोने, की कीमतों में गिरावट आती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में नरमी – ग्लोबल मार्केट में भी सोने की कीमतों में नरमी दर्ज की जा रही है। फिलहाल सोना 3,265 डॉलर प्रति औंस के करीब बना हुआ है, जबकि 22 अप्रैल को यह 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था।
निवेशकों और ग्राहकों के लिए क्या मायने?
सोने की कीमतों में यह गिरावट निवेशकों के लिए सतर्कता का संकेत हो सकती है, जबकि आभूषण खरीदारों के लिए यह खरीद का सुनहरा मौका माना जा रहा है। खासकर शादी-ब्याह के सीजन में सस्ता सोना खरीददारों को आकर्षित कर सकता है। हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि लंबी अवधि में सोने की कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं, क्योंकि वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर संभावित निर्णय इसका रुख तय करेंगे।
उतार-चढ़ाव संभव
आईबीजेए के मुताबिक, निकट भविष्य में कीमतों में और उतार-चढ़ाव संभव है। यदि डॉलर और कच्चे तेल की चाल स्थिर रहती है, तो सोने में थोड़ी और गिरावट आ सकती है। दूसरी ओर, अगर ग्लोबल अनिश्चितता बढ़ती है, तो यह कीमती धातु एक बार फिर से ऊंचाई पर लौट सकती है।
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