Fitch Ratings: Modi 3.0 के लिए अमेरिका से गुड न्यूज आई है। अब तेज रफ्तार से भारत की इकोनॉमी दौड़ेगी। भारत की अर्थव्यवस्था 2024-25 में 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। यह अनुमान ग्लोबल जीडीपी में तेजी के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण है। कंज्यूमर स्पेंडिंग में सुधार और सरकारी व निजी निवेश में तेजी आने का हवाला देते हुए ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले मार्च में रेटिंग एजेंसी ने आर्थिक विकास दर 7 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया था। फिच का यह अनुमान आरबीआई के अनुमान के बराबर है। रेटिंग एजेंसी ने वित्त वर्ष 2025-25 के लिए ग्रोथ रेट 6.5 प्रतिशत और 2026-27 में 6.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है। उत्पादन और सेवा क्षेत्र में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे रोजगार और आय के स्तर में सुधार हो रहा है।
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भारत में निवेश में जारी रहेगी बढ़ोतरी
फिच ने अपनी ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में कहा कि भारत में निवेश में बढ़ोतरी जारी रहेगी, लेकिन हाल की तिमाहियों की तुलना में यह बढ़ोतरी धीमी रहेगी। मानसून के सामान्य रहने के संकेत इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा देंगे और महंगाई दर घटेगी। हालांकि भीषण गर्मी ने जोखिम भी पैदा किया है जिसके चलते कुछ सेक्टर्स पर दबाव भी आएगा। वैश्विक निवेश और व्यापार में वृद्धि हो रही है, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है। बुनियादी ढांचे में बड़े निवेश और सरकारी परियोजनाएं अर्थव्यवस्था को समर्थन दे रही हैं।
इतनी बढ़ेगी खुदरा महंगाई
फिच को उम्मीद है कि वर्ष 2024 के आखिरी तक खुदरा महंगाई बढऩे की दर घटकर 4.5 प्रतिशत रह जाएगी। वहीं 2025 और 2026 में औसत खुदरा महंगाई दर 4.3 प्रतिशत रहेगी। उसे उम्मीद है कि आरबीआई इस साल के अंत तक रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती करके इसे 6.25 प्रतिशत कर देगा। उच्च वृद्धि के साथ महंगाई की चुनौती भी हो सकती है। इसके समाधान के लिए मुद्रास्फीति नियंत्रण और उचित मौद्रिक नीतियों की आवश्यकता होगी।
चीन और अमेरिका को झटका
फिच ने ग्लोबल इकोनॉमी की रफ्तार में भी तेजी आने की उम्मीद जताई है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि दुनिया की वृद्धि दर 2024 में 2.4 प्रतिशत से बढ़कर 2.6 प्रतिशत होने का अनुमान है। हालांकि 2025 में ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ रेट घटकर 2.4 प्रतिशत रह जाएगी। अमेरिका की ग्रोथ रेट वर्ष 2025 में 1.5 प्रतिशत से कम रहेगी। वहीं चीन की जीडीपी ग्रोथ रेट वर्ष 2024 में बढ़कर 4.8 प्रतिशत और फिर 2025 में घटकर 4.5 प्रतिशत रह जाएगी।
भारत के विकास दर को लेकर अनुमान
एजेंसी | ग्रोथ रेट |
आरबीआई | 7.2 प्रतिशत |
फिच रेटिंग्स | 7.2 प्रतिशत |
मूडीज | 6.8 प्रतिशत |
एसएंडपी | 6.8 प्रतिशत |
मॉर्गन स्टेनली | 6.8 प्रतिशत |
गोल्डमैन सेश | 6.7 प्रतिशत |
वर्ल्ड बैंक | 6.6 प्रतिशत |
(वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुमान)
मोदी राज में भारत पर बढ़ा भरोसा
भारतीय अर्थव्यवस्था के 2024-25 में 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान उत्साहजनक है और यह देश की मजबूत आर्थिक बुनियाद और नीतिगत सुधारों का परिणाम है। वैश्विक जीडीपी में तेजी और भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत वृद्धि दर देश को वैश्विक आर्थिक मंच पर महत्वपूर्ण स्थान दिलाएगी। उचित नीतिगत दृष्टिकोण और चुनौतियों का समाधान करके भारत इस विकास को स्थिरता और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ा सकता है। महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाएं रिकवरी के चरण में हैं।