Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इंडिया गठबंधन के दो बागी विधायकों को अपनी सदस्यता दे दी, जबकि लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के बैनर तले 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। इसी बीच, उत्तर प्रदेश की सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बिहार में एनडीए के खिलाफ 53 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया। ये घटनाक्रम बिहार की राजनीति में नई भ्रांतियां पैदा कर रहे हैं, जहां गठबंधन की धज्जियां उड़ रही हैं और नई ताकतें उभर रही हैं।
Table of Contents
Bihar Elections: भाजपा का दलबदल ड्रामा, INDIGO के बागियों का स्वागत
भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पटना स्थित पार्टी मुख्यालय में संगीता कुमारी (मोहनिया, कैमूर) और सिद्धार्थ सौरव (बिक्रम, पटना) का औपचारिक स्वागत किया। दोनों पिछले हफ्ते अपनी सीटों से इस्तीफा दे चुके थे। संगीता 2020 में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के टिकट पर मोहनिया से जीतीं, जबकि सिद्धार्थ कांग्रेस के टिकट पर बिक्रम से दो बार विधायक बने। फरवरी 2024 में नीतीश कुमार सरकार के शक्ति परीक्षण के दौरान दोनों ने विपक्षी खेमे में बगावत की और एनडीए का साथ दिया। चेतन आनंद (शिवहर), नीलम देवी (मोकामा) और प्रहलाद यादव (सूर्यगढ़ा) जैसे अन्य बागियों के साथ उनका समर्थन नीतीश को विश्वास मत दिलाने में निर्णायक साबित हुआ।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इंडिया गठबंधन इन बागियों को दोबारा टिकट न दे, इसलिए उनका भाजपा में शामिल होना स्वाभाविक था। जायसवाल ने कहा, ये नेता विकास और जनसेवा के प्रति समर्पित हैं। भाजपा में उनका आगमन एनडीए को मजबूत करेगा। इससे एनडीए को विधानसभा में बहुमत का लाभ मिलेगा, लेकिन उपचुनाव में कड़ा मुकाबला अपेक्षित है। विपक्ष ने इसे भाजपा की साजिश बताते हुए आयोग से शिकायत की है।
Bihar Elections: तेज प्रताप का नया दांव: महुआ से मैदान में
पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह यादव के नेतृत्व में गौतम अपार्टमेंट में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते हुए खुद को वैशाली जिले की महुआ सीट से उतार दिया। 2015-2020 में आरजेडी टिकट पर इसी सीट से जीतने वाले तेज प्रताप ने कहा, महुआ मेरी कर्मभूमि है। जेजेडी सामाजिक न्याय, विकास और युवा सशक्तिकरण के लिए लड़ेगी। सूची में मुख्य रूप से यादव, कुशवाहा और अन्य पिछड़ी जातियों के उम्मीदवार हैं।
Bihar Elections: 21 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी
सूची में बेलसन से विकास कुमार, शाहपुर से मदन यादव, बख्तियारपुर से गुलशन यादव, विक्रमगंज से अजीत कुशवाहा, जगदीशपुर से नीरज राय, अत्रि से अविनाश, वजीरगंज से प्रेम कुमार, बेनीपुर से अवध किशोर झा, मनेर से शंकर यादव, दुमरांव से दिनेश कुमार सूर्य, गोविंदगंज से आशुतोष, पटना साहिब से मीनू कुमारी, मधेपुरा से संजय यादव, नरकटियागंज से तोरीफ रहमान, कुचायकोट से ब्रज बिहारी भट्ट, हिसुआ से रवि राज, महनार से जय सिंह, बनियापुर से पुष्पा कुमारी और मोहिउद्दीन नगर से सुरभि यादव शामिल हैं। जेजेडी ने विकास वंचित इंसान पार्टी (वीआईपी), भोजपुरिया जन मोर्चा (बीजेएम), प्रगतिशील जनता दल (पीजेएप), वाजिब अधिकार पार्टी (डब्ल्यूएपी) और संयुक्त किसान विकास पार्टी (एसकेवीपी) के साथ गठबंधन किया है। चुनाव चिह्न ‘ब्लैक बोर्ड’ शिक्षा और बदलाव का प्रतीक बनेगा। मदन सिंह ने कहा, हम बिहार की जनता की सच्ची आवाज बनेंगे। आरजेडी ने इसे परिवारिक विद्रोह बताते हुए निशाना साधा।
Bihar Elections: राजभर का मोर्चा: एनडीए पर हमला, 53 सीटों पर उतारे उम्मीदवार
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बिहार में एनडीए के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव अरविंद राजभर ने कहा कि पहले चरण के लिए 53 उम्मीदवार उतारे गए हैं, जबकि कुल 132 सीटों पर पार्टी मैदान संभालेगी। राजभर ने भाजपा पर गठबंधन धर्म न निभाने का आरोप लगाते हुए कहा, हमने सीटें मांगीं, लेकिन कुछ नहीं मिला। अब अकेले लड़ेंगे और एक नया मोर्चा बनाएंगे। राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण राजभर ने चेतावनी दी, प्रदेश नेतृत्व के गलत फीडबैक से सीटें नहीं मिलीं। भाजपा को कम से कम 50 सीटों पर हार झेलनी पड़ेगी। सुभासपा की बिहार इकाई का दावा है कि राजभर समुदाय के बीच मजबूत पकड़ है। यह कदम एनडीए की एकजुटता पर सवाल खड़े करता है, खासकर जब राजभर यूपी में योगी सरकार के सहयोगी हैं। विपक्ष ने इसे एनडीए का आंतरिक कलह बताया।
यह भी पढ़ें:-
लालू परिवार पर कोर्ट का शिकंजा: IRCTC घोटाले में मुकदमा चलेगा, बिहार चुनाव में भूचाल!