Raju Talikote Passes Away: कन्नड़ सिनेमा और रंगमंच जगत को आज एक अपूरणीय क्षति पहुंची, जब प्रसिद्ध अभिनेता और हास्य कलाकार राजू तालिकोटे (59) का सोमवार को कर्नाटक के उडुपी जिले में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। धारवाड़ रंगायन के निदेशक और उत्तर कर्नाटक के ‘कलियुग के कुदुक’ के नाम से मशहूर राजू तालिकोटे ने अपने हास्यपूर्ण अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज किया था। उनके असामयिक निधन से कन्नड़ फिल्म उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है।
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Raju Talikote Passes Away: शूटिंग साइट पर अचानक दौरा, मणिपाल अस्पताल में तोड़ा दम
परिवार के अनुसार, राजू तालिकोटे एक अनाम कन्नड़ फिल्म की शूटिंग के लिए उडुपी के हेप्री इलाके में पहुंचे थे। रविवार शाम करीब 6 बजे शूटिंग पूरी करने के बाद वे अपने कमरे में आराम कर रहे थे। रात करीब 12 बजे उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई और सीने में तेज दर्द महसूस हुआ। क्रू मेंबर्स ने तुरंत उन्हें मणिपाल के कस्तूरबा अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने आपातकालीन एंजियोप्लास्टी की कोशिश की। लेकिन, उनकी स्थिति गंभीर होने के कारण सोमवार शाम को उनका निधन हो गया। कस्तूरबा अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अविनाश शेट्टी ने बताया कि मरीज को कार्डियक अरेस्ट हुआ था और उम्र से जुड़ी जटिलताओं ने उनकी जान ले ली। राजू को पहले भी दिल का दौरा पड़ा था, जिसका इलाज हो चुका था, लेकिन इस बार डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
Raju Talikote Passes Away: परिवार में दो पत्नियां, पांच संतानें
राजू तालिकोटे का जन्म 18 दिसंबर 1965 को विजयपुरा जिले के सिंदगी तालुक के चिक्कासिंडगी गांव में हुआ था। मूल नाम राजेसबा मक्तुमासब यांकांची था, लेकिन तालिकोटे में जन्म-बचपन होने से वे राजू तालिकोटे के नाम से प्रसिद्ध हो गए। उनके परिवार में दो पत्नियां हैं—पहली पत्नी प्रेमा (जिनसे दो बेटे भरत और एक बेटी) और दूसरी पत्नी सिंधनूर की प्रेमा (जिनसे दो बेटियां शाजीदा और शब्बू)। बेटे भरत ने बताया, “हमारे पिता की दो पत्नियां थीं, लेकिन हम सभी एक साथ सौहार्दपूर्ण ढंग से पले-बढ़े। पिता हमेशा परिवार को एकजुट रखते थे।” परिवार ने अंतिम संस्कार चिक्कासिंडगी गांव के फैमिली फार्म पर 14 अक्टूबर शाम को करने का ऐलान किया है। धारवाड़ रंगायन ने भी मंगलवार सुबह 7 से 8 बजे तक रंगायण स्वर्ण सांस्कृतिक परिसर में शवदर्शन की व्यवस्था की है।
Raju Talikote Passes Away: रंगमंच से सिनेमा तक सफर: 70 से ज्यादा फिल्में, बिग बॉस कनेक्शन
राजू तालिकोटे ने सात साल की उम्र से ही अपने पिता के थिएटर ग्रुप ‘श्री खंगटेश्वर नाट्य संघा’ में अभिनय शुरू किया। वे ‘सत्य हरिश्चंद्र’ में लोहिताश्वा, ‘रेणुका एल्लम्मा’ में बाल परशुराम और ‘बालचंद्र’ में बालचंद्र जैसे रोल्स से रंगमंच पर धाक जमाई। धारवाड़ रंगायन के निदेशक बनने के बाद उन्होंने उत्तर कर्नाटक के रंगमंच को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। कन्नड़ सिनेमा में उन्होंने 70 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिसमें ‘माणसारे’, ‘पंचरंगी’, ‘लाइफ इज दैट’, ‘राजधानी’, ‘अलेमारी’, ‘मैन’, ‘टोपिवाला’, ‘हेंधठी अंदारे हेंधठी’, ‘पंजाबी हाउस’, ‘परमात्मा’, ‘लिफ्ट कोधठा’, ‘जैकी’, ‘सुग्रीव’, ‘कल्ला मल्ला सुल्ल्या’ और ‘भीमा तीरदा’ जैसी हिट्स शामिल हैं। उनके सिग्नेचर ‘ड्रंकर्ड’ रोल्स ने उन्हें घर-घर में मशहूर कर दिया। वे बिग बॉस कन्नड़ सीजन 7 के कंटेस्टेंट भी रहे, जहां उनकी चुलबुली अदा ने दर्शकों को बांध लिया। हाल ही में उन्होंने शाइन शेट्टी के साथ एक अनटाइटल्ड प्रोजेक्ट पूरा किया था। उन्हें ‘हास्य रत्नाकर’, ‘हास्य सम्राट’, ‘कॉमेडी किंग’ जैसे उपनाम मिले। 2015 में राज्य फिल्म निगम से पॉपुलर अवॉर्ड और 2017 में कोलंबिया यूनिवर्सिटी से थिएटर में योगदान के लिए डॉक्टरेट मिला।
राजनीतिक हस्तियों ने जताया शोक: शिवकुमार-बोम्मई की स्मृति
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने ट्वीट कर दुख व्यक्त किया, प्रसिद्ध रंगमंच अभिनेता, हास्य कलाकार और धारवाड़ रंगायन के निदेशक राजू तालिकोटे का दिल का दौरा से निधन अत्यंत दुखद है। कई कन्नड़ फिल्मों में अभिनय कर अपार लोकप्रियता अर्जित करने वाले राजू का जाना कन्नड़ फिल्म उद्योग के लिए बड़ी क्षति है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें और परिवार को दुख सहने की शक्ति दें। पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, लोकप्रिय कन्नड़ रंगमंच कलाकार राजू तालिकोटे के निधन से गहरा दुख हुआ। हास्य अभिनेता के रूप में नाटकों से लोगों का प्यार जीतने वाले और फिल्मों में छाप छोड़ने वाले राजू का असामयिक निधन कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर परिवार और प्रशंसकों को शक्ति दें।
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