Jeetan Sahni murder case: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी काजिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया है कि पैसे के लेनदेन के चलते इस हत्या को अंजाम दिया गया है। बिहार में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्षी दल लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है। आरजेपी नेता तेजस्वी यादव सोशल मीडिया के जरिए सरकार की खामियां गिना रहे हैं।
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मुख्य आरोपी काजिम अंसारी गिरफ्तार
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पैसे के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में जीतन सहनी की हत्या की गई। इस मामले में मुख्य आरोपी दरभंगा जिला के घनश्यामपुर थाना के काजिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने इस घटना में अपनी भागीदारी स्वीकार कर ली है।
एसआईटी और एसटीएमफ की टीम को बड़ी सफलता
बिहार पुलिस महानिदेशक आर एस भट्टी के निर्देश पर गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी), दक्ष पदाधिकारियों के नेतृत्व में विशेष सुरक्षा दल (एसटीएफ), वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन के लिए एफएसएल की टीम और जिला पुलिस दरभंगा के संयुक्त प्रयास से जीतन सहनी की हत्या के मामले का सफल उद्भेदन संभव हो सका। इस संयुक्त अभियान की बदौलत मुख्य आरोपी काजिम अंसारी की गिरफ्तारी हुई, जिससे इस संवेदनशील मामले में न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
कर्ज में गिरवी जमीन के कागज के लिए मर्डर
हत्या की वजह का खुलासा करते हुए पुलिस के अधिकारी ने बताया कि आरोपी काजिम ने मृतक सहनी से ब्याज पर कर्ज लिया था। अपने कर्ज के पैसे नहीं चुकाने की वजह वह गिरवी रखी जमीन को भी नहीं छुड़ा पा रहा था। काजिम अंसारी ने मृतक से तीन किश्त में डेढ़ लाख का लोन लिया था। पुलिस के अनुसार, इस लोन पर वह हर महीने चार प्रतिशत का ब्याज दे रहा था। वह लोन की राशि चुका नहं पा रहा था।
पहले लोन के कागजात मांगे, नहीं देने पर कर दी हत्या
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी काजिम ने बताया कि घटना की रात्रि में लगभग डेढ़ बजे वह और अपने कुछ साथियों के साथ घर के पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। दरवाजे में अंदर का लॉक नहीं है। प्रवेश करने के बाद आरोपियों ने मृतक को जगाकर डरा धमका कर अपनी जमीन और लोन के कागज़ात मांगे। वहीं, मृतक ने उल्टा गाली देना लगा। इस पर काजिम ने गुस्से में आकर मृतक पर ताबड़तोड़ चाकू से वार कर दिया। इस दौरान उसके साथी मृतक के हाथ पैर पकड़ लिए। हत्या करने के बाद आरोपियों ने कागज़ात वाली अलमारी की चाभी ढूंढने की कोशिश की ताकि अपने कागज़ात वापस ले जा सकें। उनको चाभी नहीं मिल पाई।
‘बिहार में ये कैसा सुशासन, घर मे सोये लोग सुरक्षित नहीं’
मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के बाद विपक्ष के तमाम नेता नीतीश सरकार पर हमलावर हैं। इसी बीच विपक्ष के कई नेताओं ने मुकेश सहनी के पैतृक आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। भाकपा (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने मुकेश सहनी के पैतृक आवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। इस दौरान दीपांकर भट्टाचार्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले चुनाव के दौरान से ही बिहार में आपराधिक घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। इस तरह की घटना से बिहार के लोग असुरक्षित हैं। अपराधियों में शासन और प्रशासन का भय बिल्कुल खत्म हो गया है।