Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियों के बीच राजद नेता तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ पर भाजपा ने तीखा प्रहार किया है। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इसे ‘अधिकार यात्रा’ नहीं, बल्कि ‘भ्रष्टाचार बचाओ’ मार्च करार दिया। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया पूर्णिया दौरे के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 18 सितंबर को पटना पहुंचेंगे, जहां वे कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन करेंगे। यह दौरा एनडीए की एकजुटता को मजबूत करने का प्रयास माना जा रहा है।
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Bihar Election: तेजस्वी की यात्रा पर जायसवाल का तंज
तेजस्वी यादव ने 16 सितंबर को जहानाबाद से ‘बिहार अधिकार यात्रा’ की शुरुआत की, जो 20 सितंबर तक वैशाली तक चलेगी। इस यात्रा का फोकस बेरोजगारी, महिला सुरक्षा, विकास, उद्योग स्थापना, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर है। यात्रा नालंदा, बेगूसराय, पटना, खगड़िया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा और समस्तीपुर जैसे जिलों से गुजरेगी। तेजस्वी ने कहा कि यह नया बिहार बनाने का संकल्प है, जिसमें युवाओं, महिलाओं और आम जनता के अधिकारों की बात होगी।
Bihar Election: ‘अधिकार यात्रा नहीं, भ्रष्टाचार बचाओ यात्रा’
इस पर भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, यह अधिकार यात्रा नहीं, भ्रष्टाचार बचाओ यात्रा है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी 2005 से पहले राजद सरकार के दौर की जबरन वसूली, अपहरण उद्योग और भ्रष्टाचार को फिर से जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। जायसवाल ने कहा, 2005 से पहले बिहार में अपहरण का उद्योग फल-फूल रहा था, भ्रष्टाचार चरम पर था। तेजस्वी उसी पुरानी स्थिति को बहाल करने के सपने देख रहे हैं, लेकिन
बिहार की जनता इसे कभी साकार नहीं होने देगी। उन्होंने चेतावनी दी कि जनता विकास और सुशासन के पक्ष में खड़ी है, जो एनडीए सरकार ने सुनिश्चित किया है।
Bihar Election: अमित शाह का बिहार दौरा, चुनावी रणनीति पर फोकस
प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे के ठीक बाद अमित शाह 18 सितंबर को पटना पहुंचेंगे। भाजपा अध्यक्ष जायसवाल ने बताया कि शाह का कार्यक्रम दो जगहों पर है। पहले सासाराम (रोहतास जिला) में 2500 कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी, जहां आगामी विधानसभा चुनाव पर विस्तृत चर्चा होगी। इसके बाद बेगूसराय में 10 जिलों के ढाई हजार कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इन बैठकों में टिकट वितरण, सीट शेयरिंग, एनडीए की रणनीति और विपक्ष के खिलाफ अभियान पर मंथन होगा।
जायसवाल ने कहा कि यह दौरा भाजपा को मजबूत करेगा और 30 प्रतिशत टिकट काटने की रणनीति पर भी चर्चा होगी। नए चेहरों को मौका देकर एंटी-इनकंबेंसी से निपटा जाएगा। शाह की बैठकें बिहार को पांच जोन में बांटकर होंगी, जिसमें उत्तर और दक्षिण बिहार के कार्यकर्ता शामिल होंगे।
मोदी के पूर्णिया दौरे को ऐतिहासिक बताया
जायसवाल ने पीएम मोदी के 15 सितंबर के पूर्णिया दौरे को उल्लेखनीय और ऐतिहासिक करार दिया। उन्होंने कहा, पूर्णिया की धरती पर इतना बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम पहले कभी नहीं हुआ। जनता उत्सव मना रही थी। पीएम और सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को कई सौगातें दीं, जिनमें दो अमृत भारत ट्रेनें (सहरसा-अमृतसर और जोगबनी-इरोड), एक वंदे भारत ट्रेन (जोगबनी-दानापुर), पीरपैंती पावर प्रोजेक्ट, पूर्णिया एयरपोर्ट का नया टर्मिनल और राष्ट्रीय मखाना बोर्ड का उद्घाटन शामिल है। कुल 36,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन हुआ।
पीएम ने घुसपैठियों पर सख्ती का संदेश दिया, कहा, किसी विदेशी को इस धरती पर रहने का अधिकार नहीं। जायसवाल ने इसे बिहार की सुरक्षा के लिए मजबूत कदम बताया। उन्होंने कहा कि ये सौगातें सीमांचल क्षेत्र को नई उड़ान देंगी, जहां 24 मुस्लिम बहुल सीटें हैं।
चुनावी सियासत में तलवारें खिंचीं
यह सब बिहार चुनाव 2025 के संदर्भ में हो रहा है, जहां एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है। तेजस्वी की यात्रा को जद(यू) ने भी हताश राजनीतिक ड्रामा कहा है। गिरिराज सिंह जैसे नेताओं ने तंज कसा कि तेजस्वी परिवार के साथ विकास दिखाएं।
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