Amritpal Singh: पुलिस ने खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह की मां सहित परिवार के कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, खालिस्तान सपोर्टर अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर, अमृतपाल के चाचा और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह भी बताया कि इन लोगों को क्यों गिरफ्तार किया गया।
अमृतसर के डीसीपी आलम विजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अमृतपाल की मां बलविंद कौर और उसके चाचा सुखचैन सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी एहतियातन की गई है। साथ ही डीसीपी ने यह भी बताया इनके अलावा तीन अन्य लोगों को भी अरेस्ट किया गया है।
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निकालने वाले थे चेतना मार्च:
रिपोर्ट के अनुसार, अमृतपाल और उसके नौ साथियों को असम की डिब्रूबढ़ जेल में रखा गया है। ऐसे में अमृतपाल के परिजन उनको पंजाब की जेल में ट्रांसफर करने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर वे आज 8 अप्रैल को एक चेतना मार्च निकालने वाले थे। यह चेतना मार्च बठिंडा में तख्त दमदमा साहिब से निकाला जाना था लेकिन चेतना मार्च से पहले ही पुलिस ने एहतियातन अमृतपाल की मां, चाचा और तीन अन्य लोगों गिरफ्तार कर लिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
22 फरवरी से बैठे थे भूख हड़ताल पर:
अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर, चाचा सुखचैन सिंह सहित अन्य कैदियों के परिजन अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास 22 फरवरी से भूख हड़ताल पर बैठे थे। इन लोगों की मांग थी कि अमृतपाल और उसके बाकी साथियों को डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब की जेल में ट्रांसफर किया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि जब तक अमृतपाल और उसके साथियों को पंजाब की जेल में ट्रांसफर नहीं किया जाता, तब तक भूख हड़ताल जारी रहगी।
वहीं अमृतपाल की मां को अरेस्ट करने पर पंजाब में राजनीति भी शुरू हो गई है। अकाली दल ने इस मामले में आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। अकाली दल के प्रवक्ता परमबंस सिंह रोमाना ने कहा कि चेतनास मार्च निकालने से पहले अमृतपाल सिंह की मां और अन्य लोगों को अरेस्ट करना निंदनीय कार्य है।
एक साल से डिब्रूगढ़ जेल में हैं अमृतपाल और उसके ये साथी:
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के बाद असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था। अमृतपाल के साथ उसके नौ अन्य साथियों को भी डिब्रूगढ़ जेल में ही रखा गया है। इनमें अमृतपाल के अलावा दलजीत सिंह कलसी, पप्पलप्रीत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल, वरिंदर सिंह जोहाल, गुरमीत सिंह बुक्कांवाला, हरजीत सिंह, भगवंत सिंह, बसंत सिंह और गुरिंदरपाल सिंह औजला पिछले लगभग एक साल से वहां जेल में हैं। इन लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत पिछले साल अप्रैल में अरेस्ट किया गया था।
क्या है मामला:
वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके साथियों ने पिछले साल 23 फरवरी को अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया था। दरअसल, अमृतपाल के समर्थक लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग को लेकर थाने पर ये हमला किया गया था। अमृतपाल और उसके साथियों ने तलवारों और लाठी डंडों से हमला किया था और करीब 8 घंटे तक उन लोगों ने वहां बवाल मचाया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, लवप्रती तूफान को पुलिस ने बरिंदर सिंह नाम के एक शख्स के साथ मारपीट करने और उसको किडनैप करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वहीं अमृतपाल और उसके साथियों द्वारा थाने पर हमला किए जाने के बाद पुलिस ने लवप्रीत को छोड़ दिया था।
Amritpal Singh और साथियों पर दर्ज किया था केस:
अमृतपाल और उसके साथियों द्वारा थाने में बवाल मचाने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद पुलिस ने अमृतपाल के कई साथियों को पकड़ लिया था लेकिन अमृतपाल फरार चल रहा था। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी एनएसए के तहत केस दर्ज किया था। इस घटना के लगभग दो महीने बाद अमृतपाल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया था, तब वे वहीं जेल में बंद हैं।