ChatGPT: समय के साथ-साथ दुनिया तकनिकी रूप से भी विकसित होती जा रही है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) उन्हीं विकसित टेक्नोलॉजी का परिणाम है। AI जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी में लगातार बदलाव हो रहे हैं।चैटजीपीटी जो कि AI से जुड़ी एक टेक्नोलॉजी है ,पिछले कुछ महीनों में काफी चर्चा में रही है। अब OpenAI ने अपनी चैटबॉट सेवा ChatGPT में एक नया फीचर जोड़ने का फैसला किया है, जिससे अब ChatGPT अपने उपभोकताओं की बातचीत को याद रख सकेगा।
ChatGPT का नया फीचर:
लॉन्च होने के बाद से ही चैटजीपीटी में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं, अपने यूजर्स का अनुभव और बेहतर बनाने के लिए इसमें नए फीचर्स जोड़े जा रहे हैं। आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, इसी श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए अब OpenAI अपने AI चैटबॉट, यानी ChatGPT, की मेमोरी का परीक्षण कर रहा है। अगर यह फीचर सक्सेसफुल रहा तो AI चैटबॉट समय के साथ आपके और आपकी बातचीत की जानकारी याद रख सकेगा।
सेटिंग्स में करना होगा बदलाव:
इसका अर्थ यह है कि अपने AI चैटबॉट के इस नए फीचर के चैटजीपीटी में शामिल होने के बाद यूजर्स अपने चैटजीपीटी अकाउंट के जरिए अपने बारे में कुछ भी याद रखने के लिए बोल सकेंगे। इस एडवांस फीचर में आप सेटिंग्स के माध्यम से उसे क्या याद है पूछ सकते हैं साथ ही बातचीत भूलने को भी कह सकते हैं। अगर आप चाहें तो इस सुविधा को पूरी तरह से बंद भी कर सकते हैं।
नए फीचर की खासियत:
कंपनी ने बताया कि,ChatGPT के मुफ्त यूजर्स और प्लस सेवाओं का उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए, ये नई मेमोरी सेवा मुफ्त में शुरू की जा रही है। इस सेवा को मुफ्त में देने का उदेश्य है कि यूजर्स को पता चल सके कि यह कितना महत्वपूर्ण फीचर है। OpenAI ने बातचीत में कहा कि वह जल्द ही इस नए फीचर को व्यापक रूप से रोलआउट करेंगे।
ऐसे डिलीट कर सकते हैं बातचीत:
अगर कोई यूजर मेमोरी सेटिंग्स ऑप्शन को बंद कर देता है ,तो चैटजीपीटी उस यूजर की बातचीत को याद नहीं रख पाएगा और इस फीचर का इस्तेमाल भी नहीं कर पाएगा। यूजर्स को किसी विशिष्ट बातचीत को चैटजीपीटी से भुला देने का ऑप्शन मिलेगा। कम्पनी ने कहा कि इस खास फीचर के जरिए यूजर्स किसी खास बहस को सुन, देख और डिलीट भी कर सकते हैं।