Mokama Murder Case: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड ने राजनीतिक तापमान को चरम पर पहुंचा दिया है। पूर्व विधायक और जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को पटना सिविल कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने रिमांड की मांग की है, जबकि अनंत सिंह ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। इस घटना ने एनडीए के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
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Mokama Murder Case: मोकामा में 30 अक्टूबर को हुई हिंसक झड़प
मामला 30 अक्टूबर का है, जब मोकामा विधानसभा क्षेत्र के बेड़ना गांव में दो प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच जमकर पथराव और लाठी-डंडों से हमला हुआ। एनडीए उम्मीदवार अनंत सिंह के गुट और विपक्षी उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थकों के बीच टकराव में कई लोग घायल हो गए। घटनास्थल पर ही 75 वर्षीय दुलारचंद यादव का शव बरामद हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेफड़े फटना और पसलियां टूटना सामने आया, जो गोलीबारी या भारी चोट का संकेत देता है। दुलारचंद उसी गांव के निवासी थे और घटना में फंस गए थे।
Mokama Murder Case: पुलिस की तेज कार्रवाई, 83 गिरफ्तारियां
पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए दोनों पक्षों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। दुलारचंद के परिजनों ने अनंत सिंह के करीबी कर्मवीर सिंह, राजवीर सिंह और छोटन सिंह को मुख्य आरोपी बनाया। अनंत सिंह ने भी विपक्षी गुट पर हमला बोलते हुए पीयूष प्रियदर्शी समेत कई नामजद किए। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में विशेष टीमों ने रातभर छापेमारी की। पहले 80 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, फिर 1 नवंबर को अनंत सिंह को बाढ़ के कारगिल मार्केट से गिरफ्तार कर पटना लाया गया। कुल 83 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें अनंत सिंह के दो सहयोगी मणिकांत सिंह और अन्य शामिल हैं।
Mokama Murder Case: अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर राजनीतिक बवाल
अनंत सिंह की गिरफ्तारी चुनाव आयोग के दबाव में बताई जा रही है। एसएसपी शर्मा ने कहा, “साक्ष्य, प्रत्यक्षदर्शी बयान और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ है कि अनंत सिंह की मौजूदगी में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ। वे मुख्य आरोपी हैं।” गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह ने सोशल मीडिया पर “सत्यमेव जयते” ट्वीट किया, इसे साजिश बताते हुए कहा कि वे निर्दोष हैं। जेडीयू ने इसे विपक्ष की चाल कहा, जबकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर पूछा, “क्या चुनाव आयोग मर गया है?” एनडीए में खलबली मच गई है, क्योंकि मोकामा सीट जातीय और बाहुबली राजनीति का केंद्र रही है।
Mokama Murder Case: कोर्ट में पेशी, पुलिस की रिमांड मांग
1 नवंबर को अनंत सिंह को पटना मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। पुलिस ने 7 दिनों का रिमांड मांगा ताकि हत्या के हथियार और साजिश की परतें खोल सकें। जज ने रिमांड पर फैसला सुरक्षित रखते हुए उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अनंत सिंह को सेंट्रल जेल भेजा गया। उनके वकील ने कहा कि वे जल्द जमानत के लिए हाईकोर्ट जाएंगे। सीआईडी ने जांच संभाल ली है, जिसमें वीडियो फुटेज और मोबाइल लोकेशन का विश्लेषण शामिल है।
Mokama Murder Case: बिहार चुनाव पर असर, मोकामा में तनाव
यह घटना बिहार चुनाव को प्रभावित कर रही है। मोकामा में अतिरिक्त फोर्स तैनात है, और डीएम थ्यागराजन ने कहा कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर सख्ती जारी रहेगी। अनंत सिंह की अनुपस्थिति से जेडीयू का प्रचार प्रभावित होगा। विपक्ष ने इसे “बाहुबली राज” का अंत बताया, जबकि एनडीए ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। दुलारचंद के परिवार ने न्याय की मांग की और कहा कि हत्यारों को सजा मिलनी चाहिए।
Mokama Murder Case: अनंत सिंह का विवादित इतिहास
अनंत सिंह बाहुबली नेता के रूप में कुख्यात हैं। 2019 में अवैध हथियार रखने के मामले में सजा काट चुके हैं। मोकामा से पांच बार विधायक रह चुके वे जेडीयू के मजबूत दावेदार थे। इस गिरफ्तारी से उनकी राजनीतिक यात्रा पर सवाल उठे हैं। पुलिस ने अन्य नामजदों की तलाश तेज कर दी है।
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