Vande Bharat Express: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोगबनी से दानापुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन किया। यह नई ट्रेन बिहार के सीमांचल क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ाने और प्रमुख गंतव्यों के बीच यात्रा समय को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस ट्रेन का संचालन और रखरखाव पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) ज़ोन द्वारा किया जाएगा। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस ट्रेन की विशेषताओं और इसके महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की।
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Vande Bharat Express: सीमांचल के लिए वरदान साबित होगी वंदे भारत एक्सप्रेस
वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक अनूप कुमार सिंह ने इस ट्रेन को सीमांचल के लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, यह ट्रेन सीमांचल के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करती है। इससे क्षेत्र के दुर्गम इलाकों तक आवागमन में सुगमता आएगी और यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि यह ट्रेन बिहार के लोगों के लिए गर्व की बात है, क्योंकि यह क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी और यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाएगी।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है ट्रेन
अनूप कुमार सिंह ने वंदे भारत एक्सप्रेस की संरचना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ट्रेन में दो प्रकार के कोच हैं—एक्जीक्यूटिव कोच और नॉर्मल कोच। इन कोचों में यात्रियों के लिए कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, ताकि उन्हें यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा, हमने यह सुनिश्चित किया है कि ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित अनुभव मिले। यह ट्रेन अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है, जो इसे अन्य ट्रेनों से अलग बनाती है।
Vande Bharat Express: ट्रेन का रूट और शेड्यूल
अनूप कुमार सिंह ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अपने शेड्यूल समय पर चलेगी। यह ट्रेन फोर्ब्सगंज से शुरू होकर अररिया कोर्ट, पूर्णिया कोर्ट, मधेपुरा, और सहरसा तक जाएगी। इस रूट पर यात्रियों को तेज और सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा। ट्रेन की गति के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआती रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जो यात्रा समय को काफी हद तक कम करेगी।
Vande Bharat Express: लोको पायलट ने भी जताई खुशी
लोको पायलट महेश चंद्रा सिंह ने वंदे भारत एक्सप्रेस की खूबियों के बारे में बात करते हुए कहा, यह ट्रेन यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर डिज़ाइन की गई है। इसकी गति और तकनीक इसे खास बनाती है। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यात्री अपने गंतव्य तक समय पर और बिना किसी परेशानी के पहुंच सकें। उन्होंने बताया कि ट्रेन का रूट जोगबनी से शुरू होकर सहरसा तक जाएगा, जिसमें अररिया, पूर्णिया, और मधेपुरा जैसे प्रमुख स्टॉप शामिल हैं।
सीमांचल के लिए व्यापक लाभ
एक अन्य लोको पायलट संतोष कुमार सिंह ने भी इस ट्रेन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से सीमांचल के लोगों को कनेक्टिविटी के मामले में व्यापक लाभ मिलेगा। यह ट्रेन न केवल समय बचाएगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगी।” उन्होंने भी ट्रेन की गति को 110 किलोमीटर प्रति घंटा बताया और कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं।
बिहार के लिए एक नया युग
वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन बिहार के लिए एक नए युग की शुरुआत है। यह ट्रेन न केवल सीमांचल क्षेत्र को मुख्यधारा से जोड़ेगी, बल्कि यात्रियों को आधुनिक और आरामदायक यात्रा का अनुभव भी प्रदान करेगी। रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस ट्रेन के संचालन से यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। यह ट्रेन बिहार के विकास और कनेक्टिविटी में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
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