Pawan Khera: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा को निर्वाचन आयोग ने दो वोटर आईडी कार्ड रखने के आरोप में नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में खेड़ा पर दिल्ली की नई दिल्ली और जंगपुरा विधानसभा सीटों की मतदाता सूची में पंजीकरण का आरोप लगाया गया है। इस मामले को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने उजागर किया था, जिन्होंने मतदाता सूची की तस्वीरें साझा कर खेड़ा के खिलाफ दो सक्रिय वोटर आईडी होने का दावा किया। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, और कांग्रेस ने इसे चुनाव आयोग की “पक्षपातपूर्ण” कार्रवाई करार दिया है।
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Pawan Khera: चुनाव आयोग का नोटिस और आरोप
मंगलवार को जारी नोटिस में चुनाव आयोग ने पवन खेड़ा से दिल्ली की दो विधानसभा सीटों—नई दिल्ली और जंगपुरा—की मतदाता सूची में उनके नाम और दो अलग-अलग इलेक्टर्स फोटो आइडेंटिटी कार्ड (ईपीआईसी) नंबर का हवाला दिया। आयोग ने खेड़ा से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है, क्योंकि एक व्यक्ति का दो मतदाता सूचियों में पंजीकरण अवैध माना जाता है। नोटिस में कहा गया है कि खेड़ा को सात दिनों के भीतर जवाब देना होगा, अन्यथा उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
Pawan Khera का जवाब: ‘चुनाव आयोग सत्ताधारी दल का इशारा मानता है’
पवन खेड़ा ने इस नोटिस को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, नई दिल्ली जिला चुनाव कार्यालय का यह नोटिस इस बात का सबूत है कि चुनाव आयोग सत्तारूढ़ दल के इशारों पर काम करता है। हमारी ‘वोट चोरी’ की शिकायतों को नजरअंदाज किया जाता है, लेकिन विपक्षी नेताओं पर तुरंत कार्रवाई होती है। खेड़ा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का हवाला देते हुए कहा कि गांधी ने कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,000 फर्जी वोटरों का मुद्दा उठाया था, लेकिन उस पर आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। खेड़ा ने सवाल उठाया, आयोग की यह चुप्पी क्या दर्शाती है?
Pawan Khera: भाजपा ने बोला कांग्रेस पर हमला
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस मामले को उछालते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर लिखा, राहुल गांधी ‘वोट चोरी’ का शोर मचाते रहे, लेकिन अब पता चला कि उनके करीबी पवन खेड़ा खुद दो वोटर आईडी रखते हैं। मालवीय ने मतदाता सूची की तस्वीरें साझा करते हुए दावा किया कि खेड़ा के दो सक्रिय वोटर आईडी कार्ड हैं, जो चुनावी नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने इसे कांग्रेस की वोट चोरी की साजिश का हिस्सा बताया।
कांग्रेस का पलटवार: ‘चुनाव आयोग की नाकामी’
पवन खेड़ा ने भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, चाहे सवाल अमित मालवीय उठाएं या अनुराग ठाकुर, यह अंततः चुनाव आयोग की नाकामी को ही दर्शाता है। उन्होंने वाराणसी की मशीन-रीडेबल वोटर लिस्ट और महाराष्ट्र में बूथ-स्तर पर सीसीटीवी फुटेज की मांग का हवाला देते हुए कहा कि जब विपक्ष पारदर्शिता की मांग करता है, तो उसे अनसुना कर दिया जाता है। खेड़ा ने इसे वास्तविक वोट चोरी करार दिया और आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल
पवन खेड़ा उन कांग्रेस नेताओं में शामिल हैं जो लंबे समय से मतदाता सूची की पारदर्शिता और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते रहे हैं। हाल के महीनों में कांग्रेस ने कई राज्यों में फर्जी मतदाताओं और मतदान प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। खेड़ा ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने कई बार आयोग से शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस नोटिस को वे सत्ताधारी दल के दबाव में उठाया गया कदम मानते हैं।
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