Monsoon 2025: देश में मानसून ने दस्तक देते ही हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तबाही मचा दी है। कहीं भूस्खलन तो कहीं नदियों में बाढ़ आने से लोग फंसे हुए हैं। कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने वाले श्रद्धालु भी फंस गए हैं, वहीं गांवों में राहत-बचाव कार्यों में चुनौतियां आ रही हैं।
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Monsoon 2025: अमित शाह ने की राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से फोन पर बातचीत कर हालात की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर संभव मदद देने के लिए तैयार है और जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें भेजी जाएंगी। शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से बात की। जरूरतमंद लोगों के लिए इन राज्यों में एनडीआरएफ की पर्याप्त टीमें तैनात की गई हैं और जरूरत पड़ने पर और टीमें भेजी जाएंगी।
Monsoon 2025: उत्तराखंड, चारधाम यात्रा पर भी असर
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने चारधाम यात्रा को भी प्रभावित किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केदारनाथ धाम सहित राज्य के आपदा संभावित क्षेत्रों की जानकारी ली है। धामी ने बताया कि शाह ने भरोसा दिलाया है कि चारधाम यात्रा को बाधित न होने देने और श्रद्धालुओं को सुरक्षित रखने के लिए केंद्र सरकार की आपातकालीन राहत एजेंसियों को तैनात किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री ने यह आश्वस्त किया है कि एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें अलर्ट पर रहेंगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही, राज्य के अन्य जिलों में भी सतत निगरानी रखते हुए हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया गया है।
Monsoon 2025: हिमाचल में भारी तबाही, कई लोग लापता
हिमाचल प्रदेश सबसे अधिक प्रभावित राज्य बनकर सामने आया है, जहां बारिश से भारी तबाही मची है। अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से कई लोगों की जान चली गई है और दर्जनों लोग लापता हैं। एनडीआरएफ और राज्य आपदा प्रबंधन दल राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं और बचाव अभियान प्राथमिकता पर चल रहा है।
गुजरात और राजस्थान में हालात चिंताजनक
गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश के चलते पानी भर गया है और सड़कें टूट गई हैं। राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, खासकर दक्षिणी जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गांवों में बिजली की समस्या बनी हुई है और फसलें बर्बाद होने की आशंका है।
एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा
इन सभी राज्यों में एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय रूप से बचाव कार्य में लगी हुई हैं। बचाव दल पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं, वहीं जिन इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है, वहां वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
आगे भी भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। हिमाचल, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में अगले 72 घंटों में और बारिश होने की संभावना है। प्रशासन ने पहाड़ी और नदी किनारे बसे गांवों में लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
केंद्र का सक्रिय रवैया
अमित शाह द्वारा राज्यों से संपर्क साधकर हर संभव मदद देने का आश्वासन, केंद्र सरकार की सक्रियता को दर्शाता है। अब उम्मीद की जा रही है कि राहत और बचाव कार्य तेज होने से लोगों को राहत मिलेगी और जान-माल की हानि को रोका जा सकेगा।
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