Cyber Attack: राजस्थान सरकार की तीन महत्वपूर्ण वेबसाइटों पर पाकिस्तानी साइबर अपराधियों ने हमला कर भारत विरोधी संदेश प्रदर्शित किए, जिससे राज्य की डिजिटल सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता उत्पन्न हो गई है। इनमें सबसे ताजा निशाना शिक्षा विभाग का आधिकारिक पोर्टल बना, जिसे मंगलवार को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
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Cyber Attack: शिक्षा मंत्री ने की हमले की पुष्टि
इस हमले की पुष्टि करते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया गया है और विभाग की सूचना प्रौद्योगिकी शाखा को सक्रिय कर रिकवरी कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वेबसाइट को जल्द से जल्द सामान्य रूप से बहाल कर दिया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़े साइबर सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।
Cyber Attack: पहले भी हो चुके हैं हमले
शिक्षा विभाग की वेबसाइट हैकिंग की यह घटना सोमवार को हुए दो अन्य साइबर हमलों की कड़ी में सामने आई है। सोमवार को स्थानीय स्वशासन विभाग (डीएलबी) और जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की वेबसाइटों को भी पाकिस्तानी हैकर्स ने निशाना बनाया था। इन दोनों वेबसाइटों पर पाकिस्तान समर्थक प्रचार सामग्री अपलोड कर दी गई थी। हालांकि, अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन वेबसाइटों को बहाल कर दिया है।
Cyber Attack: आपत्तिजनक मैसेज किया पोस्ट
सूत्रों के मुताबिक, हमलावरों ने खुद को ‘पाकिस्तान साइबर फोर्स’ से जुड़ा बताया और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुई आतंकवादी घटना का हवाला देते हुए भारत विरोधी और भड़काऊ टिप्पणियां पोस्ट कीं। ये हमले स्पष्ट रूप से राजनीतिक और भावनात्मक उद्देश्यों से प्रेरित थे, जिनका उद्देश्य भारतीय नागरिकों की भावना को आहत करना और डिजिटल माध्यम से अस्थिरता फैलाना था।
डाटा उल्लंघन की जांच शुरू
शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि अभी तक किसी भी संवेदनशील डाटा के लीक होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी विभागीय डिजिटल प्रणालियों का व्यापक ऑडिट शुरू कर दिया गया है। इस ऑडिट के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कहीं से भी डाटा में सेंध न लगाई गई हो।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
इसके साथ ही, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय साइबर सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। विशेषज्ञों की एक टीम यह जांच कर रही है कि हैकिंग के पीछे कौन-सा समूह जिम्मेदार है, हमला किस माध्यम से किया गया और सिस्टम में सुरक्षा की कौन-सी खामियां थीं जिनका फायदा उठाया गया।
डिजिटल सुरक्षा के प्रति बढ़ती चिंता
राजस्थान सरकार पर हुए ये हमले सिर्फ तकनीकी उल्लंघन भर नहीं हैं, बल्कि यह भारत के खिलाफ चल रहे साइबर युद्ध की एक और कड़ी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटनाएं भू-राजनीतिक तनावों और डिजिटल प्लेटफार्मों की संवेदनशीलता को उजागर करती हैं। राज्य सरकार को अब अपने सभी विभागों के आईटी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की आवश्यकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी वेबसाइटें और सर्वर केवल फायरवॉल पर निर्भर न हों, बल्कि उनमें आधुनिकतम साइबर डिफेंस तकनीकों का भी समावेश हो।
सरकार की ओर से कड़ा रुख
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने साफ कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए विभाग साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल को अपडेट करेगा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित निगरानी प्रणालियों को शामिल करने की दिशा में काम करेगा। उन्होंने कहा, हम न सिर्फ मौजूदा हमले से उबरने पर ध्यान दे रहे हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में किसी भी हैकर को हमारे डिजिटल बुनियादी ढांचे से खिलवाड़ करने का मौका न मिले।
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