Gold Price: वैश्विक बाजार में जारी तनाव, विशेष रूप से चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते आर्थिक और कूटनीतिक तनाव के चलते सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। 21 अप्रैल को भारत में 24 कैरेट सोने का भाव 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो अब तक का उच्चतम स्तर है। अब यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार, 22 अप्रैल को सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का मनोवैज्ञानिक आंकड़ा भी पार कर सकता है। निवेशकों, ज्वैलर्स और आम उपभोक्ताओं के लिए यह समय सतर्कता से कदम उठाने का है, क्योंकि बढ़ती कीमतें निवेश के लिए लाभदायक तो हो सकती हैं, लेकिन आभूषण खरीद और कर्ज पर असर डाल सकती हैं।
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Gold Price: एक लाख रुपये की दहलीज पर पहुंचा सोना
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 21 अप्रैल को सराफा बाजार में सोने की कीमत में 1,650 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई। ऑल इंडिया सराफा एसोसिएशन के अनुसार अब 24 कैरेट सोना 99,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है, यानी अब 1 लाख रुपये तक पहुंचने के लिए केवल 200 रुपये की बढ़त बाकी है। इससे पहले शुक्रवार को सोने का भाव 98,150 रुपये था, जिसमें मामूली 20 रुपये की गिरावट देखी गई थी।
Gold Price: एमसीएक्स पर भी सोने ने बनाया रिकॉर्ड
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने ने रिकॉर्ड बनाया है। 21 अप्रैल को दोपहर 4:42 बजे एमसीएक्स फ्यूचर्स पर 24 कैरेट सोना 96,696 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि इसी दिन सोना 96,726 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचा, जो एमसीएक्स पर अब तक का सर्वाधिक स्तर है।
Gold Price: दिसंबर से अब तक 26% बढ़ा सोना
2024 के अंतिम दिन यानी 31 दिसंबर से अब तक सोने की कीमतों में लगभग 26% की बढ़त दर्ज की गई है। तब से लेकर अब तक सोने का दाम करीब 20,850 रुपये प्रति 10 ग्राम तक बढ़ा है। यह वृद्धि सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में सोने की मांग में आई तेज उछाल को दर्शाती है।
सोने की कीमतों में उछाल की वजहें
सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के पीछे कई वैश्विक कारण जिम्मेदार हैं। सबसे अहम वजह चीन और अमेरिका के बीच चल रहा ट्रेड वॉर है। अमेरिका ने टैरिफ में 90 दिनों की राहत जरूर दी है, लेकिन इसे पूरी तरह खत्म नहीं किया गया है। इस अस्थिरता के कारण वैश्विक निवेशकों का भरोसा शेयर बाजारों से हटकर सुरक्षित निवेश साधनों की ओर जा रहा है, जिसमें सोना सबसे प्रमुख विकल्प के रूप में उभरा है।
गोल्ड लोन हो सकता है महंगा
इधर, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन से जुड़े नए मसौदा दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिससे सोने के बदले ऋण लेना महंगा हो सकता है। इन दिशा-निर्देशों के तहत बैंकों और एनबीएफसी को सभी शाखाओं में मानकीकृत कागजी प्रक्रियाएं अपनानी होंगी। इसके साथ ही ऋण वसूली और मूल्य निर्धारण के लिए सख्त गणना विधियों को भी लागू करना होगा।
गोल्ड लोन देने वाली एक प्रमुख एनबीएफसी के अधिकारी के अनुसार फिलहाल स्वर्ण ऋण प्रक्रिया पर 2% की लागत आती है, जो नई नीतियों के लागू होने पर बढ़कर 4-5% तक हो सकती है। इससे कर्ज लेने वालों के लिए गोल्ड लोन महंगा हो जाएगा और स्वर्ण ऋण मंजूर करने की प्रक्रिया भी धीमी व खर्चीली बन सकती है।
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