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Sunday, June 8, 2025
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2025 की जस्टिस रिपोर्ट में खुलासा: पुलिस और न्यायपालिका में बंगाल सबसे पीछे, टॉप-5 में कोई भाजपा शासित राज्य नहीं

India Justice Report 2025: इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2025 में पुलिस और न्यायपालिका के मामले में बंगाल सबसे फिसड्डी, टॉप-5 में कोई भाजपा शासित राज्य नहीं। पूरी रिपोर्ट पढ़ें।

India Justice Report 2025: सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट द्वारा जारी की गई ‘इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2025‘ में देश के पुलिस और न्याय व्यवस्था की गंभीर स्थिति सामने आई है। खास बात यह है कि इस रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल को पुलिस और न्यायपालिका दोनों में सबसे निचले पायदान पर रखा गया है, जबकि टॉप-5 राज्यों में एक भी भाजपा शासित राज्य शामिल नहीं है। यह रिपोर्ट पुलिस, जेल, न्यायपालिका और कानूनी सहायता के चार प्रमुख स्तंभों पर राज्यों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करती है।

India Justice Report 2025: कुल प्रदर्शन में भाजपा शासित राज्य बाहर

  • रिपोर्ट में 18 बड़े राज्यों का 100 से अधिक मानकों पर मूल्यांकन किया गया।
  • केरल, तमिलनाडु, पंजाब, महाराष्ट्र और कर्नाटक टॉप-5 में शामिल हैं।
  • उत्तर प्रदेश 18 में से 17वें स्थान पर है।

India Justice Report 2025: पुलिस व्यवस्था में तेलंगाना अव्वल, बंगाल सबसे नीचे

पुलिस को 32 पैरामीटर जैसे बजट, महिला भागीदारी, एससी/एसटी/ओबीसी प्रतिनिधित्व, अवसंरचना और नियुक्तियों के आधार पर आंकलन किया गया।

स्थानराज्यबेस्ट पैमानों मेंसबसे कमजोर पैमानों में
1तेलंगानाबजट, महिला अधिकारी
2केरलभर्ती प्रक्रिया
3तमिलनाडुट्रेनिंग मानक
4पंजाबप्रति व्यक्ति स्टाफ अनुपात
5कर्नाटकबुनियादी ढांचा
6महाराष्ट्रसाइबर अपराध तैयारी
7आंध्र प्रदेशपुलिस कल्याण कार्यक्रम
8गुजरातफील्ड ऑफिसर अनुपात
9हरियाणामहिला सिपाही अनुपात
18पश्चिम बंगालस्टाफिंग, बजट में सबसे कम

पुलिस व्यवस्था की गंभीर चुनौतियाँ:

  • देश में 20 लाख पुलिसकर्मी हैं, जिनमें से 2.42 लाख महिलाएँ हैं और उनमें से 90% केवल कांस्टेबल हैं।
  • कुल 5047 आईपीएस अधिकारियों में से सिर्फ 960 महिलाएं हैं।
  • एक पुलिसकर्मी औसतन 831 लोगों की सेवा करता है, जबकि बिहार में यह अनुपात 1522 का है।
  • 64,000 पदों को मंजूरी मिली, लेकिन केवल 44,000 पदों पर ही भर्ती हुई।
राज्यप्रति पुलिसकर्मी जनसंख्या
बिहार1522
ओडिशा1298
पश्चिम बंगाल1277
झारखंड1185
छत्तीसगढ़1122
मध्य प्रदेश1054
राजस्थान976
असम930
उत्तर प्रदेश860
पंजाब (सर्वश्रेष्ठ)504
India Justice Report 2025: West Bengal Worst in Police & Judiciary, No BJP State in Top-5

India Justice Report 2025: न्याय व्यवस्था में केरल सबसे बेहतर, बंगाल फिर सबसे नीचे

25 मानकों पर राज्यों की न्यायपालिका का आंकलन किया गया जैसे कि रिक्त पद, प्रति लाख जनसंख्या पर जज, विविधता और केस निपटान दर।

स्थानराज्यसर्वोत्तम प्रदर्शनसबसे कमजोर पहलू
1केरलकेस निपटान दर
2महाराष्ट्रनिपटान दक्षता
3तमिलनाडुनिचली अदालतों की गति
4कर्नाटकजज नियुक्ति
5गुजरातलैंगिक प्रतिनिधित्व
6आंध्र प्रदेशएससी/एसटी कोटा
7तेलंगानातकनीकी एकीकरण
8हरियाणाबजट उपयोग
9राजस्थानलंबित मामलों का प्रबंधन
18पश्चिम बंगालसबसे ज्यादा लंबित, रिक्तियाँ

न्याय व्यवस्था की महत्वपूर्ण जानकारी:

  • देश में कुल 21,285 न्यायाधीश हैं, लेकिन हाई कोर्ट में 33% और निचली अदालतों में 21% पद रिक्त हैं।
  • लंबित मामलों की संख्या 2024 के अंत तक 5 करोड़ तक पहुंच गई।
  • 17 राज्यों की निचली अदालतों में 25% से अधिक मामले 3 साल से लंबित हैं।
  • महिला जजों की भागीदारी: निचली अदालतों में 38% और हाई कोर्ट में केवल 14%।
  • केवल कर्नाटक ऐसा राज्य है जहां एससी/एसटी कोटा पूरी तरह भरा गया है।
पैरामीटरस्थिति
प्रति 10 लाख जनसंख्या पर जज (वर्तमान)15
यदि सभी पद भरें जाएँ तो19
सिफारिश (कानून आयोग 1987)50
भारत में कुल जज21,285
हाई कोर्ट रिक्त पद प्रतिशत33%
निचली अदालत रिक्त पद प्रतिशत21%
हाई कोर्ट में महिला जज14%
निचली अदालतों में महिला जज38%
80% कोटा पूरा करने वाले राज्य6
पूरा कोटा भरने वाला राज्यकर्नाटक

India Justice Report 2025: न्यायपालिका पर केस लोड का दबाव

  • मध्य प्रदेश और इलाहाबाद हाई कोर्ट में प्रति जज पर औसतन 15,000 मामले लंबित हैं।
  • जिला अदालतों में राष्ट्रीय औसत 500+ लंबित मामले प्रति जज
  • कर्नाटक: 1750, केरल: 3800 और उत्तर प्रदेश: 4300 केस प्रति जज लंबित।
राज्यप्रति जज लंबित केस
मध्य प्रदेश15,000
इलाहाबाद (UP)15,000
उत्तर प्रदेश4300
केरल3800
कर्नाटक1750
बिहार1600
पश्चिम बंगाल1550
महाराष्ट्र1400
ओडिशा1250
तमिलनाडु1000

India Justice Report 2025: विविधता और प्रतिनिधित्व

वर्गप्रतिनिधित्व
पुलिस में महिलाएं12%
न्यायपालिका में महिलाएं38% (निचली), 14% (HC)
पुलिस में अनुसूचित जातियाँ17%
पुलिस में अनुसूचित जनजातियाँ12%
महिला आईपीएस अधिकारी960 (कुल 5047 में)
वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी<1000
एससी/एसटी कोटा पूरा करने वाले राज्य6
पूरी तरह अनुपालक राज्यकर्नाटक
50% से कम कोटा भरने वाले राज्य12
महिला कांस्टेबलों का अनुपात90% महिला बल का हिस्सा
India Justice Report 2025: West Bengal Worst in Police & Judiciary, No BJP State in Top-5

India Justice Report 2025: राजनीतिक असर

  • केंद्र में सत्ता में होने के बावजूद कोई भाजपा शासित राज्य टॉप-5 में नहीं
  • पश्चिम बंगाल (टीएमसी) और बिहार (राजद गठबंधन) जैसे राज्य भी न्याय व्यवस्था में पिछड़े हुए हैं।
  • बड़ा सवाल: क्या न्याय में देरी के साथ ‘सुशासन’ का दावा किया जा सकता है?

ByNews-Views: न्याय सुधार समय की मांग

India Justice Report 2025 (इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2025) देश की न्याय प्रणाली को आईना दिखा रही है। चाहे पुलिस की स्टाफिंग हो या जजों की भारी कमी, या लंबित मामलों का बोझ—सभी संकेत करते हैं कि सुधार की आवश्यकता अब टाली नहीं जा सकती। आने वाले चुनावों और पारदर्शिता की बढ़ती मांग के बीच केंद्र और राज्यों को न्याय प्रणाली को प्राथमिकता देनी ही होगी।

सच्चा सुशासन वहीं संभव है जहाँ न्याय सुलभ और समय पर मिले।


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Giriraj Sharma
Giriraj Sharmahttp://hindi.bynewsindia.com
ढाई दशक से सक्रिय पत्रकारिता में। राजनीतिक व सामाजिक विषयों पर लेखन, पर्यावरण, नगरीय विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि विषयों में रूचि। [ पूर्व संपादक (एम एंड सी) ज़ी रीजनल चैनल्स | कोऑर्डिनेटिंग एडिटर, ईटीवी न्यूज़ नेटवर्क/न्यूज़18 रीजनल चैनल्स | स्टेट एडिटर, पत्रिका छत्तीसगढ़ | डिजिटल कंटेंट हेड, पत्रिका.कॉम | मीडिया कंसलटेंट | पर्सोना डिज़ाइनर ]
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