Sambhal: उत्तर प्रदेश के संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बिजली चोरी का मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई उनके घर बिजली विभाग की टीम द्वारा की गई छापेमारी के बाद हुई है। बिजली विभाग की जांच टीम ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के आवास पर छापेमारी के दौरान कथित रूप से बिजली चोरी का मामला पकड़ा। जांच में गड़बड़ी मिलने के बाद बिजली विभाग ने बिजली चोरी के आरोप में सपा सांसद के खिलाफ मामला दर्ज कराया। छापेमारी के दौरान सपा सांसद के सहयोगियों पर बिजली विभाग के अधिकारियों को धमकी देने का भी आरोप लगा है। सपा सांसद के पिता ने कथित तौर पर अधिकारियों को “देख लेने” की धमकी दी थी। जानकारी के मुताबिक, जियाउर्रहमान बर्क के पिता ममलूक उर्रहमान बर्क के खिलाफ संभल के नखासा थाने में केस दर्ज किया गया है।
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बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज
सम्भल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बिजली चोरी के आरोपों को लेकर बिजली विभाग ने गुरुवार सुबह दीपासराय स्थित उनके घर पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद था, जो किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया गया था। संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ बिजली चोरी के मामले में विद्युत विभाग द्वारा दर्ज की गई तहरीर में विस्तृत जानकारी दी गई है। तहरीर में बिजली चोरी के आरोप के तकनीकी और कानूनी पहलुओं को स्पष्ट किया गया है।
2 किलोवाट घरेलू कनेक्शन पर 16,480 वाट का भार
घटना 19 दिसंबर, प्रातः 7:30 बजे की है। बिजली विभाग की टीम ने मो. दीपा सराय बल्ले के पुलिया, थाना नखासा, जिला संभल स्थित सपा सांसद के परिसर की जांच की। उपभोक्ता के 2 किलोवाट घरेलू कनेक्शन पर 16,480 वाट का विद्युत भार पाया गया। यह अनुचित और निर्धारित सीमा से कई गुना अधिक था। मीटर की एमआरआई रिपोर्ट से पुष्टि हुई कि मीटर को बाईपास कर अवैध रूप से बिजली का उपयोग किया गया।
भारी जुर्माना और कारावास तक का प्रावधान
तहरीर में विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि सपा सांसद ने जानबूझकर अवैध तरीके से विद्युत का प्रयोग कर चोरी की। विद्युत विभाग ने पुलिस से प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। दोषी पाए जाने पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। दोहराए गए अपराध के लिए कारावास तक हो सकता है।
अगली कार्रवाई:
- पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
- सपा सांसद और उनके परिवार के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी।
- इस मामले पर राजनीतिक और कानूनी बहस के बढ़ने की संभावना है।
राजनीतिक प्रभाव
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क या उनकी पार्टी की तरफ से अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, संभावना है कि पार्टी इसे राजनीतिक प्रतिशोध का मामला बता सकती है। यह मामला सपा और भाजपा के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है, क्योंकि बर्क पहले से ही कई मामलों में सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। अगर आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह सपा के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है।
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