Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप राज्य के स्वास्थ्य ढांचे में सुधार हुआ है। पिछले साढ़े सात वर्षों में, राज्य ने अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में उल्लेखनीय सुधार किया है, जिससे उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य क्षेत्र एक बड़े बदलाव से गुजर चुका है और अब इसे उत्तम प्रदेश की श्रेणी में रखा जा रहा है।
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गर्भवती महिलाओं के लिए फ्री अल्ट्रासाउंड सेवा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कई योजनाएं लागू की गई हैं, जिनका उद्देश्य आम नागरिकों को बेहतर, सस्ता और गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराना है। एक ऐसी योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर फ्री अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी जा रही है। यह कदम गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखने और उन्हें बेहतर मेडिकल सुविधाएं देने के लिए उठाया गया है। इस पहल से महिलाओं को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं, जो कि उनके और उनके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
6 लाख से अधिक गर्भवती महिलाएं उठा चुकी हैं सुविधा का लाभ
योगी सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू की गई यह पहल काफी सराहनीय है। अब तक 6 लाख से अधिक गर्भवती महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा चुकी हैं। प्रदेश के किसी भी जिले में स्थित इम्पैनल्ड निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं को फ्री अल्ट्रासाउंड सेवा मिल रही है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं तक आसानी से पहुंच प्रदान करना है, ताकि उन्हें भटकने की आवश्यकता न हो और वे समय पर उचित जांच करवा सकें। यह कदम गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का प्रतीक है।
महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाना
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की निदेशक, डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के प्रति विशेष रूप से सजग हैं। उनकी सरकार ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण इलाज देने के साथ-साथ उन्हें पुष्टाहार भी उपलब्ध कराया है। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाना और उनकी पोषण स्थिति को बेहतर बनाना है, जिससे उनकी सेहत में स्थायी सुधार हो सके। यह कदम राज्य सरकार द्वारा समाज के सबसे संवेदनशील वर्ग को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
महिलाओं को दी जा रही है ई-रुपी वाउचर की सुविधा
डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप, फरवरी 2023 से प्रदेश की गर्भवती महिलाओं को पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर फ्री अल्ट्रासाउंड की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके तहत महिलाओं को ई-रुपी वाउचर की सुविधा दी जा रही है, जिसे वे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रदेश के निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर उपयोग कर सकती हैं। यह पहल गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें वित्तीय बोझ से राहत देने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
अब तक 14,50,238 ई-रुपी वाउचर जारी
मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि प्रदेश के 75 जिलों में कुल 1,861 निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों को इम्पैनल्ड किया गया है, ताकि गर्भवती महिलाओं को फ्री अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल सके। अब तक शासन द्वारा गर्भवती महिलाओं को 14,50,238 ई-रुपी वाउचर जारी किए जा चुके हैं, जिनमें से 6,81,341 महिलाओं ने इन वाउचर का लाभ उठाया है। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच आसान बनाना और उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे गर्भवती महिलाओं की सेहत में सुधार हो रहा है।
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