Quetta Station Blast: क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 24 लोगों की मौत और 46 के घायल होने की खबर से पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं। बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में हाल के समय में आतंकवादी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है। पिछले एक साल में वहां हिंसक घटनाओं में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसके चलते स्थानीय प्रशासन के सामने सुरक्षा बनाए रखने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।
बलूचिस्तान प्रांत में लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियां और अलगाववादी संघर्ष देखने को मिलते रहे हैं। इस क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर नए कदम उठाए जाने की संभावना है, क्योंकि आतंकवादियों के लगातार हमले जनता और सुरक्षा बलों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं।
Table of Contents
बलूचिस्तान में हुए ब्लास्ट में आठ लोगों की मौत
यह आत्मघाती हमला बलूचिस्तान के मस्तुंग जिले में हुए एक बम विस्फोट के एक हफ्ते बाद हुआ है, जिसमें एक स्कूल और अस्पताल के पास हुए हमले में पांच बच्चों सहित आठ लोगों की जान चली गई थी। बलूचिस्तान प्रांत में हाल के इन हमलों ने क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लगातार बढ़ रही है आतंकवाद और अलगाववादी हिंसा
बलूचिस्तान में हाल के वर्षों में अस्थिरता, आतंकवाद, और अलगाववादी हिंसा का असर बढ़ा है, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। स्कूलों और अस्पतालों जैसे नागरिक क्षेत्रों पर हुए हमलों से स्पष्ट है कि हिंसा केवल सरकारी या सैन्य ठिकानों तक ही सीमित नहीं रही है, बल्कि अब आम जनता और बच्चों को भी सीधे प्रभावित कर रही है। इन घटनाओं के मद्देनज़र स्थानीय और संघीय सरकार पर सुरक्षा उपायों को और सख्त करने का दबाव बढ़ा है।
प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन बीएलए ने ली जिम्मेदारी
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, क्वेटा डिविजनल कमिश्नर हमजा शफकत ने इस आत्मघाती विस्फोट में मृतकों की संख्या की पुष्टि की है। हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली है। बीएलए लंबे समय से बलूचिस्तान में अलगाववादी हिंसा और आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त रही है, और यह घटना भी इसी कड़ी का हिस्सा मानी जा रही है।
हमले के बाद रेल सेवाएं प्रभावित
क्वेटा डिविजनल कमिश्नर हमजा शफकत ने जानकारी दी कि इस हालिया हमले के मद्देनजर प्रशासन रेल सेवाओं को फिर से निलंबित करने के लिए रेलवे अधिकारियों को पत्र भेज रहा है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनज़र लिया जा रहा है, क्योंकि क्वेटा में बार-बार हो रहे हमले रेलवे जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी खतरे को बढ़ा रहे हैं।
रेल सेवाओं की सुरक्षा पर लगातार उठ रहे हैं सवाल
पाकिस्तान रेलवे ने हाल ही में डेढ़ महीने के निलंबन के बाद 11 अक्टूबर से क्वेटा और पेशावर के बीच ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू करने की घोषणा की थी। हालांकि, बढ़ते हमलों के कारण इस बहाली पर पुनर्विचार करना पड़ रहा है। प्रांत में अस्थिरता के कारण सार्वजनिक परिवहन, विशेषकर रेल सेवाओं की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, और प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है कि किस प्रकार यातायात सुविधाओं को सुरक्षित और सुचारू रूप से चालू रखा जाए।
यह भी पढ़ें-
UP Poster War: पोस्टर सियासत, श्रीकृष्ण की भूमिका में अखिलेश यादव तो राहुल गांधी बने अर्जुन