BRICS Summit: रूस के कजान शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई, जो कि 2020 में गलवान झड़प के बाद दोनों नेताओं की पहली बाइलेटरल मीटिंग थी। यह मुलाकात ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन हुई, जहाँ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इस बातचीत के दौरान, दोनों नेता आपसी संबंधों को सुधारने और व्यापारिक सहयोग को बढ़ाने पर सहमत हुए। इस बैठक को दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर हाल के समय में सीमा विवादों को देखते हुए। मीटिंग के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सहमति व्यक्त की कि भारत-चीन सीमा के मुद्दों पर विशेष प्रतिनिधि शांति और सौहार्द के प्रबंधन की देखरेख करेंगे। यह विशेष प्रतिनिधि सीमा क्षेत्रों में स्थिति को सुधारने और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे।
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पीएम मोदी दो मीटिंग में हुए शामिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कजान में आयोजित BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान दो महत्वपूर्ण मीटिंग में भाग लिया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ BRICS देशों के एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इस मुद्दे पर “दोहरा रवैया” नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही, मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार की आवश्यकता पर भी बल दिया।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखानी चाहिए: पीएम मोदी
मोदी का मानना है कि सभी BRICS देशों को मिलकर आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने चाहिए और इस दिशा में एकजुटता दिखानी चाहिए। UNSC के सुधार के संदर्भ में, उन्होंने इसे वैश्विक सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक बताया। इस प्रकार के विचारों के साथ, मोदी ने BRICS के प्लेटफॉर्म का उपयोग करके वैश्विक समस्याओं का समाधान खोजने की दिशा में पहल करने का आह्वान किया।
सीमा से जुड़े मुद्दों पर बनी सहमति का स्वागत: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कजान में BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान कहा कि यह बैठक पिछले पांच वर्षों में औपचारिक रूप से हो रही है। उन्होंने पिछले चार सालों में सीमा पर उत्पन्न समस्याओं के समाधान पर बनी सहमति का स्वागत किया। मोदी ने स्पष्ट किया कि सीमा पर शांति बनाए रखना भारत की प्राथमिकता होनी चाहिए।
जिनपिंग से बातचीत में बोले पीएम मोदी
उनकी इस टिप्पणी ने यह संकेत दिया कि भारत और चीन के बीच सीमा विवादों को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग आवश्यक है। यह बैठक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें मोदी ने BRICS देशों के नेताओं के साथ सामूहिक सुरक्षा और शांति के महत्व पर जोर दिया।
मतभेदों को उचित तरीके से संभालना चाहिए: शी जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने BRICS शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी के साथ बातचीत के दौरान कहा कि भारत और चीन को अपने मतभेदों को उचित तरीके से संभालना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों को अपने संबंधों को सामान्य बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है। जिनपिंग के अनुसार, सहयोग से ही भारत और चीन अपने विकास के लक्ष्यों को हासिल कर सकेंगे।
मोदी-जिनपिंग ने पेट्रोलिंग समझौते का स्वागत किया
मोदी और जिनपिंग की बातचीत के बाद भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि यह दोनों नेताओं के बीच पांच साल बाद हुई पहली बातचीत है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पेट्रोलिंग समझौते का स्वागत किया। यह समझौता दोनों पक्षों के बीच बढ़ती सीमाई तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।