Uttarakhand : उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 इस समय अपने पूरे चरम पर है। चारधाम मंदिरों में अभूतपूर्व संख्या में तीर्थयात्रियों के आने और सोशल मीडिया पर अराजकता और कुप्रबंधन के वीडियो वायरल होने के बाद राज्य सरकार के साथ केंद्र सरकार भी अलर्ट हो गई है। तीर्थयात्रियों को सोशल मीडिया पर अराजकता और कुप्रबंधन के वीडियो वायरल होने को लेकर गृह मंत्रालय ने यात्रा व्यवस्था की समीक्षा की है। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने यात्रा की जानकारी लेने के लिए उत्तराखंड की मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। लगातार बढ़ती भीड़ की वजह से बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा पर रोक लगा दी है।
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14 दिन में 9 लाख 64 हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
आपको बता दें कि बीते 14 दिनों में 9 लाख 64 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के चार मंदिरों के दर्शन कर चुके है। उत्तराखंड सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अभी तक 9 लाख 64 हजार 302 श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए है। यात्रा के लिए बद्रीनाथ मंदिर 12 मई को खुले है। वहीं, बाकी मंदिर 10 मई को खुल गए थे।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक रोक
उत्तराखंड सरकार ने उन पांच राज्य सरकार से वार्ता की है, जहां से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अनुरोध किया है कि वे बिना पंजीकृत तीर्थयात्रियों को यात्रा पर नही आवें। राज्य पर्यटन विभाग के पास चारधाम यात्रा पंजीकरण के लिए एक समर्पित वेबसाइट है। भीड़ को देखते हुए चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक रोक लगा दी है।
एनडीआरएफ, आईटीबीपी से मदद
केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने समीक्षा करने के बाद उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को चारधाम मंदिरों, यात्रा मार्गों और पड़ाव स्थलों पर तीर्थयात्रियों की रोजाना रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजने का निर्देश दिए है। इसके साथ ही राज्य को भीड़ प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की सहायत लेने के अपील की है।
अब तक 52 श्रद्धालुओं की मौत
चारधाम में बढ़ती भीड़ उत्तराखंड सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। वहीं दूसरी ओर चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार 24 मई को उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर आए तीन और श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। ये तीनों मौत बदरीनाथ धाम में हुई है। इसके साथ ही अब तक चारधाम यात्रा में आने वाले 52 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। सबसे कम गंगोत्री धाम में तीन श्रद्धालुओं की मौत हुई।
केदारनाथ में सबसे ज्यादा की जान गई
रिपोर्ट के अनुसार यमुनोत्री-गंगोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही दस मई को उत्तराखंड चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई। इसके दो दिन बाद 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुले। बीते 15 दिनों के अंदर उत्तराखंड चारधाम यात्रा में 52 श्रद्धालु अपनी जाव गंवा चुके है इनमें सबसे ज्यादा मौतें केदारनाथ धाम में हुई है। केदारनाथ धाम में बीते 15 दिनों के अंदर 23 श्रद्धालुओं की मौत हुई। यमुनोत्री धाम में 12 श्रद्धालुओं ने गंवाई अपनी जान। बदरीनाथ धाम में 14 तीर्थ यात्रियों की मौत हुई है।