Uttarakhand: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा क्षेत्र में जिला प्रशासन और पुलिस ने अवैध रूप से संचालित हो रहे मदरसों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद प्रशासन ने दो दिनों तक चलाए गए विशेष अभियान में कुल 18 मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की, जिनमें से 17 को सील कर दिया गया और एक मदरसे का अधिग्रहण किया गया है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में शिक्षा के नाम पर चल रही अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
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Uttarakhand: दो दिवसीय सघन अभियान
यह सघन अभियान अपर जिलाधिकारी (एडीएम) विवेक कुमार रॉय के नेतृत्व में संचालित किया गया। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों की संयुक्त टीमों ने पहले इलाके का विस्तृत सर्वे किया था। सर्वे में सामने आया कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में 18 मदरसे ऐसे हैं, जो बिना किसी वैध पंजीकरण या सरकारी मान्यता के अवैध रूप से संचालित हो रहे थे।
Uttarakhand: रविवार को 14 मदरसा पर कार्रवाई
रविवार को प्रशासन ने 14 मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की, जबकि सोमवार को शेष चार मदरसों को भी सील कर दिया गया। पूरे अभियान के दौरान इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
Uttarakhand: सीलिंग के दौरान नहीं मिला कोई छात्र
एडीएम विवेक रॉय ने मीडिया से बातचीत में बताया कि कार्रवाई के दौरान किसी भी मदरसे में छात्र उपस्थित नहीं मिले। हालांकि, बड़ी संख्या में किताबें और अन्य शैक्षणिक सामग्री जब्त की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना पंजीकरण के संचालित किसी भी शैक्षणिक संस्था को चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रशासन ने इन अवैध मदरसों को शिक्षा के नाम पर नियमों की अनदेखी और सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए सील किया है।
मान्यता प्राप्त संस्थानों में होगा बच्चों का दाखिला
प्रशासन ने यह भी आश्वस्त किया है कि अगर इन अवैध मदरसों के कारण कोई बच्चा शिक्षा से वंचित होता है, तो उसकी पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए उसे वैध और मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में दाखिला दिलाया जाएगा। विवेक रॉय ने कहा, “शिक्षा का अधिकार सभी को है, लेकिन नियमों के दायरे में। अगर कोई संस्था अवैध तरीके से काम कर रही है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। साथ ही हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।”
फरवरी 2024 की हिंसा के बाद सतर्कता
गौरतलब है कि फरवरी 2024 में बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई के दौरान हिंसक झड़पें हुई थीं, जिसमें प्रशासन को काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। उस अनुभव को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरती। पूरी कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से की गई और स्थानीय लोगों को समय रहते सूचित किया गया। प्रशासन के मुताबिक, यह कार्रवाई केवल अवैध मदरसों के खिलाफ है, किसी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के उद्देश्य से नहीं की गई है। आठ मदरसे वैध पाए गए हैं, जिन्हें चलाने की अनुमति दी गई है।
अब तक 21 मदरसों पर कार्रवाई
इस ताजा अभियान के साथ ही नैनीताल जिले में अब तक कुल 21 मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि भविष्य में भी इसी तरह की जांच और कार्रवाई जारी रहेगी। जिला प्रशासन ने क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों की जानकारी प्रशासन को दें, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
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