Road Accident: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। डामटा क्षेत्र के अंतर्गत चामी के पास एक पिकअप वाहन गहरी खाई में गिर गया, जिससे वाहन में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ, जब वाहन मोरी की ओर जा रहा था। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
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Road Accident: इस प्रकार हुई मृतकों की पहचान
इस हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान नौशाद पुत्र नूर मोहम्मद, प्रवीण जैन पुत्र चमन लाल और अजय शाह पुत्र बरगी नाथ के रूप में हुई है। नौशाद और प्रवीण जैन देहरादून के निवासी थे। वहीं, अजय शाह मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले के सासाराम थाना क्षेत्र के चौबेया गांव का रहने वाला था, लेकिन वर्तमान में वह भी देहरादून में रह रहा था। हादसे की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया है और उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया है।
Road Accident: कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिकअप वाहन जब डामटा के चामी क्षेत्र से गुजर रहा था, तभी चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया। वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे गहरी खाई में गिर गया। खाई की गहराई अधिक होने के कारण वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार तीनों व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को दी गई, जिसके बाद डामटा पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने दुर्घटनास्थल से शवों को बाहर निकाला और क्षेत्र को घेरकर ट्रैफिक को नियंत्रित किया।
Road Accident: प्रशासन ने शुरू की जांच
स्थानीय प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि वाहन चालक ने तेज रफ्तार या मोड़ पर वाहन को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाया, जिससे यह हादसा हुआ। हालांकि, जांच के बाद ही दुर्घटना के असली कारणों का पता चल पाएगा। प्रशासन ने क्षेत्र के अन्य चालकों को भी पहाड़ी मार्गों पर सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
सड़क हादसों पर उठते सवाल
उत्तराखंड में पर्वतीय मार्गों पर होने वाले सड़क हादसे लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं। ताजा हादसा एक बार फिर से सवाल उठाता है कि आखिर पहाड़ी क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था को सुरक्षित बनाने के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं। तेज रफ्तार, खराब सड़कें, और पर्याप्त चेतावनी संकेतों की कमी, ये सभी कारण ऐसे हादसों को जन्म देते हैं।
पिछले हादसे से नहीं लिया गया सबक?
गौरतलब है कि इससे कुछ ही दिन पहले, 12 अप्रैल को उत्तराखंड के टिहरी जिले में भी एक भीषण हादसा हुआ था। देवप्रयाग क्षेत्र में एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई थी, जो सीधे नदी में जा समाई थी। इस हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
उस दुर्घटना में भी पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें तत्परता से मौके पर पहुंची थीं और बचाव अभियान चलाया गया था। नदी में गिरी कार को बाहर निकालने के लिए क्रेन और भारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया था।
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