Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा को लेकर योगी सरकार ने उपद्रवियों और पत्थरबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। प्रशासन ने हिंसा में शामिल लोगों के पोस्टर जारी करने और नुकसान की भरपाई के लिए वसूली की प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया है। संभल हिंसा मामले में अब तक 7 एफआईआर दर्ज की गई हैं। 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य डिजिटल सबूतों के आधार पर आरोपियों की पहचान की है। पुलिस ने हिंसा में शामिल 45 उपद्रवियों की पहचान कर उनके पोस्टर जारी किए हैं। ये पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर लगाए जा रहे हैं, ताकि लोग आरोपियों की पहचान कर पुलिस को सूचना दे सकें।
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7 एफआईआर दर्ज, 27 लोग गिरफ्तार, इंटरनेट सेवा बंद
मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने संभल हिंसा को लेकर जानकारी दी कि अब तक कुल 7 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें से 4 मृतकों के परिवारों ने दर्ज कराई हैं। मामले में 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और 40 लोगों को पाबंद किया गया है। इलाके में अभी तक सुरक्षा कारणों से इंटरनेट सेवा बहाल नहीं की गई है। हिंसा में शामिल लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और वीडियो का इस्तेमाल किया जा रहा है। उपद्रवियों की तस्वीरें और वीडियो जनता के बीच साझा की गई हैं, जिससे पहचान में मदद मिल सके।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जारी किए 45 उपद्रवियों के पोस्टर
मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 45 उपद्रवियों की पहचान की है और उनके पोस्टर जारी किए हैं। इन पोस्टर्स में हिंसा में शामिल लोगों की तस्वीरें साझा की गई हैं, जिनमें कई लोग पुलिस और सर्वे टीम पर पत्थर फेंकते हुए देखे जा सकते हैं। तस्वीरों और फुटेज को जनता के बीच साझा कर लोगों से पहचान में मदद की अपील की गई है। इसके साथ ही, पुलिस इन उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
मुंह पर कपड़ा, हाथों में पत्थर
सीसीटीवी फुटेज और अन्य वीडियो से हिंसा में शामिल व्यक्तियों की तस्वीरें ली गई हैं। कई उपद्रवियों ने मुंह पर कपड़ा बांधा हुआ है, और वे अपने हाथों में पत्थर लिए नजर आ रहे हैं। भीड़ को उकसाने वाले व्यक्तियों की पहचान और नाम-पते भी सार्वजनिक किए गए हैं।
नुकसान की भरपाई
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि हिंसा के दौरान हुई सार्वजनिक और निजी संपत्ति की क्षति की भरपाई इन्हीं उपद्रवियों से कराई जाएगी। इससे पहले भी उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसी घटनाओं में संपत्ति नुकसान के लिए जिम्मेदार लोगों पर वसूली का प्रावधान लागू किया है।
संभल की घटना के बाद अमेठी में धारा 163 लागू
संभल में हाल ही में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में प्रशासन और पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है। अमेठी प्रशासन ने हालात को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की है। पूरे अमेठी जिले में भारतीय न्याय संहिता की धारा-163 लागू कर दी गई है। (धारा-144 का नया नाम)। जिले में सार्वजनिक सभाओं और समूहों के जमावड़े पर पाबंदी है।
फ्लैग मार्च और ड्रोन निगरानी
पुलिस ने संवेदनशील और मुस्लिम बहुल इलाकों में फ्लैग मार्च किया। सगरा तिराहे पर ड्रोन का उपयोग कर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। पुलिसकर्मी ड्रोन ऑपरेट कर संदिग्ध गतिविधियों और व्यक्तियों पर नजर रख रहे हैं। यह कदम किसी अप्रिय घटना को रोकने और इलाके में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
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