Road Accident: सोमवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर और बिहार के पटना में दो अलग-अलग सड़क हादसों में कुल 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। ये हादसे तेज रफ्तार और लापरवाही के चलते हुए, जिनमें कई लोग घायल भी हुए हैं। हादसों के बाद घटनास्थलों पर चीख-पुकार मच गई और राहत-बचाव कार्य में स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए।
Table of Contents
जबलपुर हादसा: महाकुंभ स्नान से लौट रहे श्रद्धालुओं की मौत
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के खितौला थाना क्षेत्र के पहरेवा इलाके में सोमवार तड़के लगभग साढ़े चार बजे एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। प्रयागराज से महाकुंभ स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं का वाहन अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ते हुए दूसरी दिशा में जा पहुंचा और जबलपुर से कटनी जा रही एक यात्री बस से टकरा गया। इस हादसे में छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हुए। घायलों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
वाहन कर्नाटक का पंजीकृत था
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि मृतकों की पहचान की जा रही है। वाहन कर्नाटक का पंजीकृत था, इसलिए श्रद्धालुओं के कर्नाटक के निवासी होने की संभावना है। हादसा इतना भीषण था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार लोग बुरी तरह फंस गए। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया और तत्काल अस्पताल भेजा गया। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
हादसे के कारणों में तेज रफ्तार और वाहन चालक का नियंत्रण खोना मुख्य वजह मानी जा रही है। पुलिस ने वाहन जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पटना हादसा, सात की मौत
बिहार के पटना जिले के मसौढ़ी थाना क्षेत्र में रविवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। मसौढ़ी के नूरा पुल के पास बालू लदे एक तेज रफ्तार ट्रक ने यात्रियों से भरे ऑटो को टक्कर मार दी। इस हादसे में ऑटो सवार सात मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कुछ लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद ट्रक ऑटो पर चढ़ गया और दोनों वाहन सड़क किनारे पानी से भरे गड्ढे में जा गिरे।
मजदूरों से भरे ऑटो को ट्रक ने मारी टक्कर
पुलिस के अनुसार, मृतक मजदूर पटना से काम खत्म कर तारेगना स्टेशन पहुंचे थे और वहां से ऑटो में सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे। तभी पितवांस की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो को टक्कर मार दी। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से शवों को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना के बाद से इलाके में मातम पसरा हुआ है।
मृतकों के परिवारों को सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग
सहवां पंचायत के मुखिया रवि प्रकाश ने बताया, “यह घटना अत्यंत दुखद है। मारे गए सभी लोग शाहाबाद और चर्मा पंचायत के श्रमिक थे। ये मजदूरी करने के लिए पटना जाते थे और रात में लौटते थे। मृतकों के परिवारों को सरकारी नौकरी और मुआवजा मिलना चाहिए। तीन लोग अभी भी लापता हैं। जब तक डीएम घटनास्थल पर नहीं आते, शव नहीं उठाने देंगे।”
प्रशासन की कार्रवाई और सुरक्षा इंतजाम
दोनों घटनाओं के बाद संबंधित जिलों के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थलों पर पहुंचे। घायलों के इलाज के लिए प्राथमिक चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई है। पुलिस ने ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी है जो मौके से फरार बताया जा रहा है।
हादसों के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा बढ़ाने और ट्रैफिक नियमों के कड़े पालन की मांग की है। पुलिस ने वाहन चालकों से सावधानी बरतने और निर्धारित गति सीमा में वाहन चलाने की अपील की है। राज्य सरकारों द्वारा मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा जल्द की जा सकती है।