Road Accident: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार देर रात एक भीषण सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। काकोरी थाना क्षेत्र के गोला कुआं रोड पर एक रोडवेज बस अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई, जिसमें पांच यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 24 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और रोडवेज बसों की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए तत्काल राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं।
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Road Accident: काकोरी में हुआ भीषण हादसा
हादसा गुरुवार रात करीब 9:30 बजे काकोरी थाना क्षेत्र के गोला कुआं रोड पर हुआ। हरदोई जिले से लखनऊ के कैसरबाग बस डिपो की ओर आ रही रोडवेज बस (पंजीकरण संख्या UP 32 FN 7030) अचानक अनियंत्रित हो गई। पुलिस के अनुसार, बस के सामने अचानक दो बाइक सवार आ गए। उन्हें बचाने की कोशिश में चालक ने स्टेयरिंग घुमाया, जिससे बस सड़क किनारे गहरी खाई में जा गिरी। बस में 35 से अधिक यात्री सवार थे। हादसे के बाद यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और राहत कार्य शुरू किया।
Road Accident: पांच की मौत, कई घायल
हादसे में पांच यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान मोहम्मद शरीफ (45), रमेश चंद्र (50), संजय कुमार (38), रीता देवी (42), और एक अज्ञात यात्री के रूप में हुई। घायलों में दो बाइक सवार भी शामिल हैं, जिन्हें बचाने की कोशिश में यह हादसा हुआ। पुलिस और स्थानीय लोगों ने बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला और घायलों को नजदीकी काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। काकोरी CHC के अधीक्षक डॉ. कपिल देव मिश्रा ने बताया कि 13 मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
Road Accident: मुख्यमंत्री ने दिए राहत कार्य के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने जिला प्रशासन को तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। CM ने घायलों को बेहतर इलाज सुनिश्चित करने और उनकी शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। लखनऊ के DM विशाक जी ने बताया कि राहत कार्य तेजी से चलाए गए और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
पुलिस और फायर ब्रिगेड का रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे की सूचना मिलते ही काकोरी और मलिहाबाद थानों की पुलिस, फायर ब्रिगेड, और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। क्रेन की मदद से बस को खाई से बाहर निकाला गया। पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सिंह ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में चालक की लापरवाही और तेज रफ्तार को हादसे का कारण माना जा रहा है। बस की तकनीकी स्थिति की भी जांच की जाएगी।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा लखनऊ में हाल के महीनों में हुआ तीसरा बड़ा सड़क हादसा है। जनवरी 2025 में किसान पथ पर एक ट्रक, दो कारों और एक इनोवा की टक्कर में चार लोगों की मौत हुई थी। मई 2025 में चिनहट में ट्रक में आग लगने से चालक की मौत हो गई थी। इन हादसों ने रोडवेज बसों की रखरखाव और चालकों की ट्रेनिंग पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों ने रोडवेज बसों की खराब स्थिति और सड़कों पर लापरवाही से वाहन चलाने की शिकायत की है।
स्थानीय लोगों की मदद
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए राहत कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कई लोगों ने घायलों को अपनी गाड़ियों से अस्पताल पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शी रमेश यादव ने बताया, “बस के पलटने की आवाज सुनकर हम दौड़े। लोग चीख रहे थे। हमने पुलिस के आने से पहले कई यात्रियों को बाहर निकाला।” उनकी इस मदद ने कई जिंदगियां बचाने में योगदान दिया।
बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने बस चालक के खिलाफ IPC की धारा 279 (लापरवाही से वाहन चलाना) और 304A (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया है। हादसे के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए परिवहन विभाग की एक टीम जांच करेगी। इस बीच, मृतकों के परिजनों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
सड़क हादसों का बढ़ता ग्राफ
उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों का ग्राफ चिंताजनक है। हाल ही में डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूपी में विभिन्न सड़क हादसों में 19 लोगों की मौत हुई थी। लखनऊ-अयोध्या हाईवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर भी हाल के महीनों में बड़े हादसे हुए हैं। यह हादसा सड़क सुरक्षा को लेकर और सख्त कदम उठाने की जरूरत को रेखांकित करता है।
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