Poster War: उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनावों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे “बंटेंगे तो कटेंगे” को लेकर राजनीतिक हलकों में एक बार फिर बहस छिड़ गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस नारे को मुद्दा बनाते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है और नए पोस्टरों के जरिए भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। सपा के पोस्टरों में भाजपा सरकार पर आरोप लगाया गया है कि वह समाज को धार्मिक और जातिगत आधार पर बांटने का प्रयास कर रही है। सपा ने इसे “भाजपा की विभाजनकारी राजनीति” का हिस्सा बताया और कहा कि इस तरह के बयान प्रदेश में सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाते हैं।
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पोस्टर में सपा का संदेश
समाजवादी पार्टी (सपा) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे “बंटेंगे तो कटेंगे” के जवाब में अपने विचारों को रेखांकित करते हुए एक नया पोस्टर जारी किया है। सपा नेता शौकत अली ने बुधवार को सपा कार्यालय के बाहर यह पोस्टर लगाया, जिसमें लिखा गया, न बंटे न कटे तो फिर स्कूल से क्यों हटे, समाजवादी सोच से जुड़ेंगे, पढ़ेंगे आगे बढ़ेंगे।
पढ़ाई में पिछड़ा उत्तर प्रदेश
इस पोस्टर के जरिए सपा ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है और उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया है। सपा ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है और कहा है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में शिक्षा का स्तर गिरा है।
सात लाख बच्चे स्कूल से दूर
इस आंकड़े के माध्यम से सपा ने दावा किया है कि प्रदेश में बड़ी संख्या में बच्चे स्कूल छोड़ने को मजबूर हैं, जो एक गंभीर मुद्दा है। पोस्टर में सपा ने अपनी सोच को “पढ़ाई और प्रगति” से जोड़ते हुए जनता को यह संदेश देने की कोशिश की है कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के बजाय, शिक्षा और विकास पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
सपा का आरोप
सपा नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों के कारण गरीब और वंचित वर्गों के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। सरकार की प्राथमिकताएं गलत हैं, और उसने शिक्षा के क्षेत्र में निवेश करने के बजाय समाज को बांटने की कोशिश की है।
भाजपा की प्रतिक्रिया
भाजपा ने इस पोस्टर और आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि योगी सरकार के कार्यकाल में राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार हुए हैं। “बंटेंगे तो कटेंगे” नारा सामाजिक समरसता के लिए है, न कि सपा के आरोपों की तरह किसी विभाजन को बढ़ावा देने के लिए।
शौकत अली के बयान के मुख्य बिंदु
मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के पूर्व सचिव शौकत अली ने समाजवादी पार्टी के पोस्टर अभियान को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह पोस्टर उत्तर प्रदेश सरकार को एक चेतावनी है और सरकार की कथनी-करनी में अंतर को उजागर करता है।
शिक्षा से वंचित नौजवानों की चिंता
शौकत अली ने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में बच्चे और नौजवान शिक्षा से दूर होते जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में करीब सात लाख बच्चे शिक्षा से वंचित हैं। यह एक गंभीर मुद्दा है, जबकि सरकार विकास का दावा कर रही है।
सरकार के विकास के दावे पर सवाल
शौकत अली ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा जा रहा है कि प्रदेश बढ़ रहा है, लेकिन असल में लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नीतियां युवा वर्ग और शिक्षा के प्रति उदासीन हैं।
सरकार को चेतावनी
पोस्टर के माध्यम से सपा ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर शिक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया, तो जनता इसका जवाब देगी। सपा का यह कदम जनता के मुद्दों को सामने लाने और युवाओं के अधिकारों की वकालत करने के लिए है।
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