उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि सोमवार रात को मुख्तार अंसारी के पेट में तेज दर्द हुआ। इस पर उन्हें सुबह करीब 4 बजे बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। बताया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी को आईसीयू में रखा गया है। वहां पर उनकी जांचे की गई। अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
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बांदा मेडिकल कॉलेज ने जारी किया बुलेटिन:
वहीं मुख्तार अंसारी की तबियत को लेकर बांदा मेडिकल कॉलेज ने सुबह 8 बजे एक मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया। इस बुलेटिन में बताया गया है कि पिछले 4—5 दिन से मुख्तार अंसारी कब्ज की समस्या से परेशान थे। सोमवार रात को उनके पेट में अचानक दर्द शुरू हो गया। इसके बाद उन्हें तड़के 3 बजकर 55 मिनट पर मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां उनकी सभी जरूरी जांचे की गई। बताया जा रहा है कि आईसीयू में मुख्तार अंसारी का इलाज जारी है।
भाई अफजाल बोले—हत्या की साजिश रची जा रही:
मुख्तार अंसारी की तबियत बिगड़ने के मामले में उनके भाई अफजाल अंसारी की प्रतिक्रिया सामने आई है। बता दें कि अफजाल अंसारी समाजवादी पार्टी के नेता हैं और गाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव में सपा के उम्मीवार हैं। अफजाल अंसारी ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
उनका कहना है कि उनके भाई मुख्तार अंसारी की हत्या की साजिश रची जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये साजिश कई दिनों से चल रही है। अफजाल ने कहा कि मौत तो एक दिन आनी ही है लेकिन शैतान उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इसी वजह से परिवार ने कोर्ट में मुख्तार अंसारी को दूसरे राज्य में रखने की याचिका दायर की है।
मुख्तार ने बताया था खुद की जान को खतरा:
इससे पहले मुख्तार अंसारी भी कह चुके हैं कि बांदा जेल में उनकी जान को खतरा है। मुख्तारी अंसारी का कहना है कि उनको जेल में धीमा जहर दिया जा रहा है। बता दें कि मुख्तार अंसारी ने एमपी एमएलए कोर्ट में पेशी के दौरान एक याचिका भी दी थी। इस या चिका में कहा गया था कि उन्हें 19 मार्च की रात को जहरीला खाना दिया गया था। साथ ही उन्होंने याचिका में इस मामले की जांच डाक्टरों से कराने की मांग भी की थी।
लापरवाही में अफसर सस्पेंड:
बता दें कि मुख्तार अंसारी को लाने और ले जाने के मामले में दो दिन पहले ही जेल के अधिकारियों को लापरवाही के संबंध में सस्पेंड किया गया है। लापरवाही बरतने के मामले में बांदा मंडल कारागार में तैनात जेलर और दो डिप्टी जेलर पर गाज गिरी। बता दें कि डीआईजी जेल प्रयागराज ने 2 मार्च को जेल का औचक निरीक्षण किया था।
इसके बाद उन्होंने अपनी रिपोर्ट प्रयाासन को सौंपी थी। डीआईजी जेल प्रयागराज की रिपोर्ट के आधार पर डीजी जेल एसएन साबत ने डिप्टी जेलर अरविंद कुमार, राजेश कुमार और जेलर राजेश कुमार को सस्पेंड कर दिया। बता दें कि अप्रैल 2021 को पंजाब की रोपड़ जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में शिफ्ट किया गया था।
आठ मुकदमों में हुई सजा:
बता दें कि 18 महीने में आठ मुकदमों में मुख्तार अंसारी को कोर्ट ने सुनाई है। बता दें कि कोर्ट ने अंसारी को दो बार उम्रकैद की सजा सुनाई है। बता दें कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ 65 मुकदमे लंबित हैं। इनमें से 21 मुकदमों में अलग-अलग न्यायालयों में ट्रायल चल रहा है। बता दें कि मुख्तार अंसारी को जो उम्रकैद की सजा सुनाई है, वह एक 34 साल पुराने केस में सुनाई गई है। यह सजा वाराणसी के एमपी-एमएलए कोर्ट ने सुनाई है। 34 साल पुराना यह मामला फर्जी शस्त्र लाइसेंस से संबंधित है।