Double Murder case: उत्तर प्रदेश के बदायूं शहर में मंगलवार देर शाम में हुई डबल मर्डर की घटना ने दहला दिया है। बताया जा रहा है कि तीन सगे भाइयों के घर में साजिद और जावेद नामक दो आरोपियों ने घुसकर जानलेवा हमला किया। इस हमले में दो बच्चे मारे गए और एक घायल हुआ। अपनी जान खो चुके दो भाइयों के नाम 6 वर्षीय हनी और 13 वर्षीय आयुष है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि आरोपियों ने उनके तीसरी भाई आठ वर्षीय पीयूष पर भी जानलेवा हमला करने की कोशिश की थी।
परन्तु किस्मत से पियूष उनके चंगुल से भागने में कामयाब हो गया था| इस घटना के बाद हत्याकांड में शामिल एक आरोपी साजिद को पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार दिया है परन्तु आरोपी जावेद अभी भी फरार है। इस मामले की एफआईआर में बच्चों के पिता इन दोनों आरोपियों और उनके कोल्ड ब्लड मर्डरर दी है। जानते हैं पूरी वारदात क्या है –
घर के सामने ही था सैलून:
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पीड़ित परिवार के प्रमुख विनोद सिविल लाइन कॉलोनी में मजिया रोड पर अपनी पत्नी संगीता और तीन बच्चों के साथ रहता है। मकान के निचले हिस्से में संगीता अपना ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला 22 वर्षीय साजिद पेशे से नाई था और वह कस्बा सखानू का रहने वाला था। विनोद के घर के सामने ही साजिद की बाल काटने की दुकान है। इसके परिणामस्वरूप परिवारों में बहुत अच्छे संबंध भी बन गए थे। बताया जा रहा है कि साजिद का उनके घर आना जाना भी था।
मदद मांगने के बहाने गया घर पर:
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साजिद घटना के समय पीड़ित परिवार के घर पैसो की मदद के लिए गया था। FIR में विनोद कुमार ने कहा कि साजिद मंगलवार शाम करीब 7 बजे अपने भाई जावेद के साथ मोटरसाइकिल पर उनके घर आया था। विनोद कुमार की पत्नी संगीता देवी, उनकी मां मुन्नी देवी और उनके तीन छोटे बच्चे आयुष प्रताप (13 साल), पीयूष प्रताप (9 साल) और आहान प्रताप (6 साल) घर पर ही मौजूद थे। जबकि वह खुद लखीमपुर खीरी गए हुए थे| साजिद ने संगीता को बताया कि डॉक्टर ने कहा है कि आज रात को उसकी पत्नी की डिलिवरी हो सकती है। इसलिए उसे पैंसो जरूरत है| उसने संगीता से पांच हजार रुपये मांगे।
दोनों बच्चों को छत पर ले गया आरोपी:
साजिद का भाई जावेद उस दौरान मोटर साइकिल पर घर के बाहर खड़ा था। जब संगीता ने पैसे देने के लिए हामी भरी तब साजिद ने उसके छोटे लड़के पीयूष को गुटखा लाने के लिए बाहर भेज दिया। जब संगीता पैसे लाने अंदर गयी तब साजिद उसके दो बच्चों हनी और आयुष को लेकर ऊपर छत पर चला गया|
छोटा बेटा पियूष जब छत पर पंहुचा तब उसने साजिद के हाथ में खून से सना हुआ चाकू देखा और साथ ही अपने दोनों भाइयों को पड़ा हुआ देखा| उनके गले कटे हुए थे| पियूष यह सब देखकर डर गया और तेजी से नीचे की तरफ भगा ,साजिद भी उस पर हमला करने के लिए भागा और चाकू से पियूष को चोट भी लग गई। उसके बाद साजिद नीचे आया और उसने संगीता को कहा की आज उसका काम ही गया है |
एनकाउंटर में हुआ ढेर:
रिपोर्ट्स के अनुसार सूचना मिलने पर पुलिस ने साजिद की तलाश शुरू कर दी। इस बीच बहुत सारे लोग इकट्ठा हो गए। हत्या को देखकर उनका क्रोध बढ़ने लगा। क्रोधित भीड़ ने साजिद की दुकान को तोड़ दियाऔर सामान निकालकर सड़क पर फेंक दिया। साथ ही आसपास के चार दुकानों को आग लगा दी । FIR के अनुसार, भीड़ ने बाद में साजिद को पुलिस को सौंप दिया।
FIR में पीड़ित परिवार के विनोद ने बतया है कि साहिद और जावेद से उनकी कोई शत्रुता नहीं थी। उन्हें पता नहीं है कि दोनों ने उनके बच्चों को क्यों मार डाला। पुलिस के अनुसार हत्या में शामिल एक आरोपी साजिद को पुलिस एनकाउंटर में मार दिया गया है और दूसरे आरोपी तलाश जारी है |