Mobile Hacking: टेक्नोलॉजी के इस जमाने में साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ गई हैं। हैकर्स और साइबर क्रिमिनल्स नए-नए तरीकों से यूजर्स के डिवाइस में सेंध लगाकर उन्हें हैक कर लेते हैं और उनकी निजी जानकारियां चुरा लेते हैं। यहां तक की वे यूजर्स के बैंक अकाउंट तक खाली कर देते हैं। लोग सोशल मीडिया से लेकर ईमेल तक के लिए पासवर्ड लगाते हैं ताकि उन्हें प्रोटेक्ट रखा जा सके।
हालांकि इन पासवर्ड्स को समय-समय पर अपडेट करना भी जरूरी होता है। लेकिन कई लोग तो पुराने पासवर्ड में मामूली सा अपडेट कर उन्हें नया बना देते हैं। क्या आपको पता है कि ऐसा करना भारी पड़ सकता है। हैकर्स आपके मोबाइल या लैपटॉप को हैक कर सकते हैं। जानते हैं उन तरीकों के बारे में जिससे हैकर्स लोगों के डिवाइस हैक करते हैं।
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इन तरीकों से हैकिंग करते हैं क्रीमिनल्स:
एक रिपोर्ट में बताया गया था कि हैकर्स कुछ खास तरीकों से यूजर्स के डिवाइस हैक कर लेते है। इस रिपोर्ट में हैकिंग उन तरीकों के बारे में बताया गया था। साइबरअटैक या पासवर्ड हैक करने के लिए हैकर्स इन तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। जानते हैं इन तरीकों के बारे में।
ब्रूट फोर्स अटैक:
साइबर क्रीमिनल्स या हैकर्स ब्रूट फोर्स अटैक में यूजर्स के पासवर्ड का अंदाजा लगाते हैं। ब्रूट फोर्स अटैक में स्कैमर्स या हैकर्स, हैकिंग सॉफ्टवेयर की मदद से कुछ कॉम्बिनेशन का उपयोग करके यूजर्स के पासवर्ड को क्रैक करने की कोशिश करते हैं। ज्यादातर मामलों में कमजोर पासवर्ड वाले अकाउंट हैक हो जाते हैं।
सोशल इंजीनियरिंग:
हैकिंग का एक तरीका सोशल इंजीनियरिंग भी है। इसमें हैकर्स या स्कैमर्स एक फर्जी सोशल इंजीनियरिंग वेबसाइट बनाते हैं। कोई यूजर अगर इसमें अपने क्रेडेंशियल्स डालता है तो वह हैकर्स के निशाने पर आ जाता है। खास बात यह है कि देखने में ये सोशल इंजीनियरिंग पेज बिलकुल असली जैसे दिखते हैं लेकिन यह यूजर्स को हैकर्स के जाल में फंसा देते हैं।
Credential stuffing:
Credential stuffing भी हैकिंग का एक तरीका है। इस तरह की हैकिंग में स्कैमर्स या हैकर्स स्पाईवेयर या मैलवेयर के जरिए यूजर की पर्सनल जानकारियां चुरा लेते हैं। इसके बाद लीक हुए पासवर्ड को डार्क वेब पर डाल देते हैं। या तो हैकर्स इन्हें बेच देते हैं या बाद में इनका इस्तेमाल कर उस यूजर का डिवाइस हैक कर लेते हैं।
कीलोगर अटैक:
कीलोगर अटैक भी हैकिंग का एक तरीका है, जिसमें हैकर्स स्पाईवेयर की सहायता से यूजर्स की-बोर्ड टाइपिंग को ट्रैक करते हैं और उसे रिकॉर्ड कर लेते है। कीलोगर अटैक से बचने के लिए आपको अपने फोन में एक अच्छा एंटीवायरस रखना जरूरी है।
पासवर्ड स्प्रे अटैक:
हैकर्स या स्कैमर्स पासवर्ड स्प्रे अटैक में चोरी हुए पासवर्ड का इस्तेमाल करते हैं। इसमें हैकर चोरी किए हुए लाखों पासवर्ड का उपयोग थोड़े से अकाउंट्स पर करता है। इस साइबर अटैक से बचने के लिए आपको अपने पासवर्ड समय समय पर बदलते रहने चाहिए।
Shoulder surfing:
कई लोगों की आदत होती है कि वे दूसरों के मोबाइल में तांक झांक करते हैं। हैकर्स Shoulder surfing अटैक में इसी तरह से लोगों के पासवर्ड चोरी करते हैं। Shoulder surfing में हैकर्स या स्कैमर्स ज्यादातर लोगों के ATM के पिन चोरी करने में इस्तेमाल करते हैं