IND vs ENG: पहले दिन का खेल खत्म होने पर यशस्वी जयसवाल 257 गेंदों पर 179 रन बनाकर पवेलियन लौटे. अब तक इस बल्लेबाज ने अपनी पारी में 17 चौके और 5 छक्के लगाए हैं. दूसरे टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया का स्कोर 6 विकेट 332 रन होने के बावजूद दिन का खेल विरोधी टीम के नाम रहा.
बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भारत के शीर्ष क्रम को नियंत्रण में रखा. यशस्वी जयसवाल के अलावा टीम इंडिया का कोई भी बल्लेबाज बल्लेबाजी के लिए अनुकूल परिस्थितियों में ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सका है.
टीम इंडिया की सबसे ज्यादा टेंशन कप्तान रोहित शर्मा ने बढ़ा दी है. रोहित शर्मा ने पहली पारी में सिर्फ 14 रन बनाए. इतना ही नहीं पिछली 8 टेस्ट पारियों में रोहित शर्मा एक बार भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं.
गिल और अय्यर की खराब फॉर्म भी टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ा रही है. जब रोहित शर्मा जल्दी आउट हो गए तो गिल ने संभलकर खेलने की कोशिश की. गिल भी 34 रन बनाकर अच्छी लय में दिखे. लेकिन एक बार फिर वह एंडरसन की बाहर जाती गेंद को छूकर पवेलियन लौट गए. दूसरे टेस्ट में भी अय्यर की नाकामी का सिलसिला जारी रहा और वह 27 रन बनाकर आउट हो गए।
अपना पहला मैच खेल रहे पाटीदार ने जयसवाल के साथ मिलकर भारत की पारी को संभालने की कोशिश की. हालांकि पाटीदार दुर्भाग्यशाली रहे और 32 रन बनाकर बोल्ड हो गए. इसके बाद अक्षर पटेल ने कमान संभाली. हालांकि बाकी बल्लेबाजों की तरह अक्षर भी पारी को लंबा नहीं खींच सके और 27 रन बनाकर आउट हो गए.
इसके बाद केएस भरत होम ग्राउंड पर अटैकिंग मोड में दिखे और छक्का भी लगाया. लेकिन दिन का खेल खत्म होने से ठीक पहले भरत भी 17 रन बनाकर आउट हो गए.
यशस्वी जयसवाल आँकड़े और रिकॉर्ड
भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट विशाखापत्तनम में खेला जा रहा है। पहले दिन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. पहले दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया का स्कोर 6 विकेट पर 336 रन है. विशाखापत्तनम टेस्ट का पहला दिन भारतीय ओपनर यशस्वी जयसवाल के नाम रहा. दरअसल, एक तरफ भारतीय बल्लेबाज पवेलियन की ओर बढ़ते रहे, लेकिन दूसरी तरफ यशस्वी जयसवाल इंग्लिश गेंदबाजों की खबर लेते रहे.
विशाखापत्तनम में खूब चला जयसवाल का बल्ला…
पहले दिन का खेल खत्म होने पर यशस्वी जयसवाल 257 गेंदों पर 179 रन बनाकर पवेलियन लौटे. अब तक इस बल्लेबाज ने अपनी पारी में 17 चौके और 5 छक्के लगाए हैं. वहीं यशस्वी जयसवाल ने पहले दिन कई रिकॉर्ड बनाए. भारत के लिए टेस्ट मैच के पहले दिन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में वीरेंद्र सहवाग टॉप पर हैं.
वीरेंद्र सहवाग ने 2004 में मुल्तान टेस्ट के पहले दिन 228 रन बनाए थे. वहीं, आज यशस्वी जयसवाल ने 179 रन बनाए. भारत के लिए टेस्ट मैच के पहले दिन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में यशस्वी जयसवाल छठे स्थान पर पहुंच गए हैं।
इस खास लिस्ट में यशस्वी जयसवाल ने जगह बनाई है
वीरेंद्र सहवाग ने मुल्तान टेस्ट से पहले मेलबर्न में पहले दिन 195 रन बनाए थे. इसके बाद दूसरे स्थान पर वसीम जाफर हैं. वसीम जाफर ने 2007 में कोलकाता में पाकिस्तान के खिलाफ 192 रन की पारी खेली थी. शिखर धवन 190 रन के साथ चौथे स्थान पर हैं. इसके बाद वीरेंद्र सहवाग 180 रन के साथ पांचवें स्थान पर हैं। इसके बाद यशस्वी जयसवाल छठे नंबर पर आ गए हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ 1 दिन में सबसे ज्यादा रन…
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच के पहले दिन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में यशस्वी जयसवाल तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। इस लिस्ट में करुण नायर टॉप पर हैं. करुण नायर ने 2016 में चेन्नई टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 232 रन बनाए थे. सुनील गावस्कर और यशस्वी जयसवाल ने 179-179 रन बनाए हैं.
वहीं, यशस्वी जयसवाल के टेस्ट करियर पर नजर डालें तो इस खिलाड़ी ने 6 मैचों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है. यशस्वी जयसवाल ने टेस्ट में 65.56 की औसत से 590 रन बनाए हैं. जिसमें 2 शतक के अलावा 2 अर्धशतक दर्ज हुए. इसके अलावा इस युवा बल्लेबाज ने भारत के लिए 17 टी20 मैच भी खेले हैं.
इंग्लैंड के पास मौका है
इस तरह इंग्लैंड का अनुभवहीन आक्रमण टीम इंडिया के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में भी सफल रहा. इंग्लैंड तीन स्पिनरों के साथ मैदान पर उतरा है. जिसमें से रेहान का यह तीसरा, हार्टले का दूसरा और बशीर का पहला टेस्ट है. इसके बावजूद इंग्लैंड के स्पिनरों ने भारत के शीर्ष क्रम को नियंत्रण में रखा.
ये यशस्वी जयसवाल के लिए अच्छा है. जिसकी बदौलत टीम इंडिया पहले दिन का खेल खत्म होने से पहले ऑलआउट होने से बच गई. जयसवाल ने 252 गेंदों में 179 रनों की नाबाद पारी खेली. पहले दिन भारत के लिए आधे से ज्यादा रन बनाने में जयसवाल अकेले ही सफल रहे. अगर टीम इंडिया दूसरे दिन स्कोर 450 रन तक ले जाने में सफल नहीं होती है तो इंग्लैंड के पास सीरीज में 2-0 की बढ़त लेने का बेहतरीन मौका है.