Road Accident: राजस्थान के फलोदी जिले में सोमवार को एक गंभीर सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक स्कूल कैंपर पलट गया। इस दुर्घटना में 2 बच्चों की मौत हो गई और करीब 9 बच्चे घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए राजकीय जिला अस्पताल फलोदी में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों और आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। इस हादसे के बाद स्थानीय समुदाय और स्कूल प्रशासन भी सक्रिय हो गया है, और पीड़ित परिवारों को समर्थन प्रदान किया जा रहा है।
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दो बच्चों को इलाज के लिए जोधपुर रेफर किया
फलोदी जिले में हुए सड़क हादसे में शामिल सभी बच्चे मरुस्थल पब्लिक स्कूल के छात्र थे, जो स्कूल कैंपर में सवार होकर पढ़ाई के लिए जा रहे थे। यह वाहन स्कूल की ओर से संचालित किया जाता था। सीएमएचओ अभिषेक अग्रवाल और उनकी मेडिकल टीम ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और घायल बच्चों का इलाज किया। दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल दो बच्चों को इलाज के लिए जोधपुर रेफर किया गया है।
दुर्घटना के कारणों की जांच
स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हुए हैं और पीड़ितों के परिवारों को सहायता प्रदान की जा रही है। हादसे की जांच की जा रही है ताकि दुर्घटना के कारणों की पहचान की जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाए जा सकें।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने जताया दुख
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने फलोदी जिले में हुए सड़क हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपनी एक्स (ट्विटर) पोस्ट में लिखा कि मोरिया-पड़ियाल मार्ग पर एक निजी विद्यालय के बच्चों से भरी कैंपर गाड़ी के पलटने से दो बच्चों की मृत्यु और कई बच्चों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर अत्यंत पीड़ादायक है। उन्होंने दिवंगत बच्चों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की और घायल बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
भजनलाल सरकार से की ये अपील
सांसद बेनीवाल ने राज्य सरकार से अपील की कि इस हादसे में गंभीर रूप से घायल बच्चों का नि:शुल्क उच्च स्तरीय इलाज सुनिश्चित किया जाए। उनके इस बयान से हादसे की गंभीरता को दर्शाया गया है और यह भी दिखाता है कि स्थानीय नेताओं द्वारा प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना और समर्थन दिया जा रहा है।
प्रत्यक्षदर्शी ने घटना को बताया अत्यंत दुखद
अस्पताल में मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हादसे के समय वाहन में छोटे बच्चे सवार थे और वे सभी एक छोटे वाहन में यात्रा कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शी ने यह भी कहा कि दुर्घटना के कारण की पुष्टि करना मुश्किल है, लेकिन यह एक निजी स्कूल का वाहन था। उन्होंने स्कूल प्रशासन से इस हादसे की जांच करने और यह सुनिश्चित करने की अपील की कि क्या दुर्घटना चालक की लापरवाही के कारण हुई या वाहन में कोई तकनीकी गड़बड़ी थी। प्रत्यक्षदर्शी ने घटना को अत्यंत दुखद करार दिया और मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित जांच और कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।