Rajasthan: राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने शुक्रवार को जयपुर के जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में आयोजित स्वयंसिद्धा हस्तशिल्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी 4 से 6 अक्टूबर तक चलेगी और इसका आयोजन लघु उद्योग भारती महिला संगठन द्वारा किया गया है। प्रदर्शनी का उद्देश्य महिला हस्तशिल्पकारों और कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्रदर्शित करना और उन्हें बढ़ावा देना है। इसमें विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प जैसे कपड़े, आभूषण, सजावटी वस्तुएं, और अन्य शिल्पकला से जुड़े उत्पाद शामिल हैं। इस तरह की पहल से महिला उद्यमियों को अपनी कला और कारीगरी को व्यापक मंच पर लाने का अवसर मिलता है।
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कई प्रमुख हस्तियां रहीं मौजूद
स्वयंसिद्धा हस्तशिल्प प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर कई प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा, राष्ट्रीय महासचिव ओम प्रकाश गुप्ता, संगठन सचिव नरेश पारीक, एमएसएमई के संयुक्त निदेशक गौरव जोशी, महिला संगठन की प्रदेश उपाध्यक्ष अंजू सिंह, प्रांत महामंत्री सुनीता शर्मा, और महिला इकाई अध्यक्ष प्रतिमा नैथानी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
महिलाओं के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता पर दिया जोर
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने स्वयंसिद्धा हस्तशिल्प प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में महिलाओं के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार महिलाओं को आगे बढ़ाने, उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
पर्यटन के क्षेत्र में नवाचार
दिया कुमारी ने लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि यह महिला हस्तशिल्पियों को एक मंच प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण प्रयास है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में नवाचार, जैसे होम स्टे की पहल, को बढ़ावा देना आज के दौर की आवश्यकता है, जो आर्थिक विकास में योगदान दे सकता है।
सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कर रही काम
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने प्रदर्शनी के दौरान विभिन्न वर्गों की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए घरेलू सामान, सजावट के सामान और अन्य कलात्मक उत्पादों की प्रशंसा की। उन्होंने कुटीर उद्योग और महिला शिल्पकारों के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए उनका उत्साहवर्धन किया।
महिलाएं आर्थिक रूप से बनेगी सशक्त
उन्होंने कहा कि इस तरह की पहलें महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में सहायक होती हैं और उनके उद्योगों को प्रोत्साहन देती हैं। इस प्रदर्शनी से महिला हस्तशिल्पियों को अपने हुनर को प्रदर्शित करने का अवसर मिल रहा है, जो उनके लिए न केवल स्थानीय बाजार में बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाने का जरिया बन सकता है।