PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की अपेक्षा करना गलत होगा, क्योंकि उनकी राजनीति ‘फैमिली फर्स्ट’ के सिद्धांत पर केंद्रित रही है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने बीते दशक में राष्ट्रहित को प्राथमिकता दी है और सबके कल्याण के लिए काम किया है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनकी सरकार सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत पर काम कर रही है, जबकि कांग्रेस सिर्फ परिवारवाद की राजनीति में उलझी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि देश की जनता ने उनकी सरकार की नीति और नीयत पर भरोसा जताया है, जिससे उन्हें लगातार तीसरी बार सेवा करने का मौका मिला है।
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राष्ट्रपति के अभिभाषण की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण भारत की उपलब्धियों, वैश्विक दृष्टिकोण और आत्मनिर्भरता के संकल्प को दर्शाने वाला था। उन्होंने कहा कि यह भाषण प्रेरक, प्रभावी और भविष्य के लिए मार्गदर्शक है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर चल रही है और देश की जनता ने इसी भरोसे के साथ उन्हें लगातार तीसरी बार सेवा करने का अवसर दिया है।
कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की राजनीति झूठ, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण से भरी रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए ‘फैमिली फर्स्ट’ सर्वोपरि रहा है और इसी वजह से उनकी नीतियां, योजनाएं और निर्णय सिर्फ एक परिवार के इर्द-गिर्द घूमते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राजनीति का ऐसा मॉडल तैयार किया, जिसमें जनता से जुड़े मुद्दों की अनदेखी की गई और सिर्फ वंशवाद को बढ़ावा दिया गया।
हमारी सरकार ने एससी/एसटी एक्ट को मजबूत बनाया
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस के शासन में एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों की उपेक्षा की गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग को दशकों तक नजरअंदाज किया, जबकि उनकी सरकार ने इस मांग को पूरा किया और एससी/एसटी एक्ट को मजबूत बनाया।
आरक्षण पर कांग्रेस के दृष्टिकोण की आलोचना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा आरक्षण के मुद्दे को राजनीति के लिए इस्तेमाल किया और समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बिना किसी विवाद के सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया और इसे संतुलित तरीके से लागू किया। उन्होंने यह भी कहा कि एससी/एसटी और ओबीसी वर्गों को पहले की तरह उनका अधिकार सुरक्षित रखते हुए यह निर्णय लिया गया, जिससे किसी भी समुदाय को नुकसान नहीं हुआ।
नारी शक्ति के योगदान को सराहा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की विकास यात्रा में महिलाओं की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि महिलाओं को नीति-निर्धारण में शामिल करने से देश की प्रगति को गति मिलेगी। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार ने नए संसद सत्र के पहले निर्णय के रूप में ‘नारी शक्ति अधिनियम’ पारित किया।
कांग्रेस की अस्थिर राजनीति पर हमला
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की राजनीति की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास अस्थिरता पैदा करने का रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा दूसरे दलों की सरकारों को गिराने और राजनीतिक अस्थिरता फैलाने की कोशिश की है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन करने वाले दल भी अब उनका साथ छोड़ रहे हैं, क्योंकि उनकी राजनीति अब अप्रासंगिक होती जा रही है।
सरकार की नीतियों का बचाव
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद से दूर रहकर ‘राष्ट्र प्रथम’ की नीति के तहत काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए एक संतृप्ति दृष्टिकोण अपनाया है, जिससे सभी योजनाओं का लाभ बिना किसी गड़बड़ी के सीधे लाभार्थियों तक पहुंचे।
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